Ramveer Upadhyay पूर्व ऊर्जा मंत्री का निधन, अंतिम संस्कार आज

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Ramveer Upadhyay का रेनबो हॉस्पिटल में निधन

जानकारी के अनुसार पूर्व ऊर्जा मंत्री Ramveer Upadhyay कई दिनों से अस्वस्थ थे और उनका इलाज़ रेनबो हॉस्पिटल आगरा में चल रहा था कि कल रात खबर आयी कि उनका निधन हो गया.

Ramveer Upadhyay का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे होगा

पूर्व ऊर्जा मंत्री Ramveer Upadhyay का अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे उनके पैतृक निवास गांव बामौली में होगा। उनकी अंतिम यात्रा आगरा स्थित उनके निवास से सुबह 10 बजे शुरू होगी।उनकी शवयात्रा आगरा से शुरू होकर हाथरस अंतिम दर्शन के लिए लेबर कॉलोनी पार्क में रखी जाएगी और वहां से उनके गांव बामौली जाएगी।

Ramveer Upadhyay ढाई दशक तक रहा राजनीति में दबदबा

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राजनीति में हाथरस का नाम रोशन करने वाले और ढाई दशक से अधिक राजनीति में दबदबा रखने वाले रामवीर उपाध्याय अब नहीं रहे लेकिन वो हाथरस की राजनीति में इतिहास लिखकर गए हैं. 14 महीनों तक कैंसर से जंग लड़ते हुए वो इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। उन्होंने राजनीतिक ईमानदारी की मिसाल पेश की जिसमें शुरू से अंत तक निभाते रहे। मिलनसार और दयालु किस्म के व्यक्ति थे ramveer upadhyay जो किसी भी तरह का मसला हो मुस्कुराकर हल कर देते थे।

Ramveer Upadhyay बड़े ब्राह्मण नेता के रूप में उभरे

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रामवीर उपाध्याय मुरसान बामौली के रहने वाले शुरुवाती दिनों में ही राजनितिक ऊंचाई छूने का मन बना चुके थे। 1989 में हाथरस से आकर उन्होंने गाजियाबाद में राजनीति की शुरुवात की।हाथरस की लेबर कॉलोनी में रहकर राम मंदिर की लहर के दौरान भाजपा के रथ पर सवार हुए।

इस बीच संघ में अच्छी पकड़ बनाने के लिए उन्होंने अपने मूल निवास बामौली में RSS का कैंप लगवाया पर कामयाबी नहीं मिली। 1993 चुनाव में बीजेपी ने उन्हें अपना उमीदवार नहीं बनाया और टिकट रामवीर की जगह राजवीर पहलवान को पार्टी ने दे दिया और उसके बाद रामवीर उपाध्याय बागी हो गए। चूँकि ब्राह्मणों को एकजुट करने में वो शुरू से ही लगे थे और यही उनके काम आया और वो प्रदेश में एक बड़े ब्राह्मण नेता के रूप में उभर कर आये।

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