पैंगबर पर विवादित टिप्पणी के बाद एक्शन में बीजेपी, धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेताओं की लिस्ट की तैयार

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BJP SAKHTH

दिल्ली, ब्यूरो :  बीजेपी से निलंबित नुपुर शर्मा के पैंगबर को लेकर दिए गए बयान के बाद से बीजेपी को काफी आलोचनाएं झेलने पड़ रही हैं। तो वहीं कई अन्य देश भी इसके विरोध में उतर गए हैं। इधर बीजेपी ने अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान की है।जिसमें से 27 चुने हुए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचने की हिदायत दी गई है। इन सभी नेताओं से कहा गया है कि धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पहले पार्टी से परमिशन लें। ऐसे में कह सकते हैं कि पैंगबर पर विवादित टिप्पणी के बाद एक्शन में बीजेपी दिख रही है। शायद इसलिए धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेताओं की लिस्ट की तैयार की गई है।

दबसरी ओर पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी के बाद अरब देशों में बायकॉट इंडिया सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। इस बीच कुवैत के कुछ सुपर स्टोर्स ने इंडिया में बने सामानों की बिक्री रोक दी है। कुवैत सरकार का कहना है कि भारत में सत्ता में मौजूद पार्टी के नेताओं ने मुस्लिमों की भावनाओं को आहत किया है। इसके लिए उन्हे माफी मांगनी चाहिए। इसके अलावा UAE, जॉर्डन और इंडोनेशिया ने भी नुपुर शर्मा और नवीन कुमार के बयानों पर आपत्ति जताई है। जिसके बाद से अंत्तरराष्ट्रीय स्तर पर सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसे में पैंगबर पर विवादित टिप्पणी के बाद एक्शन में बीजेपी आ गई है और धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेताओं की लिस्ट की तैयार की गई है।

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दरसअल पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने वाले नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद बीजेपी अब सख्त दिख रही है। बता दें कि अक्सर बीजेपी नेता अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी. राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महाराज और संगीत सोम हेट स्पीच को लेकर विवादों में रहते हैं। वहीं बीजेपी ने अब नेताओं के पिछले 8 साल के बयानों को IT विशेषज्ञों की मदद से खंगाला है, जिसमें करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए हैं।वहीं 2,700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। इधर 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया है।