विभागीय मिलीभगत से फल-फूल रहा खाद्य पूर्ति विभाग के अफसर शिकायत के बाद भी नहीं कर रहे कार्रवाई
रुड़की (दीप रमोला): रुड़की तहसील क्षेत्र अंतर्गत अवैध तरीके के काले कारोबार चरम सीमा पर है और संबंधित अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं या फिर यह कहें कि जो यह कारोबार चला रहे हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत ही कही जा सकती है। लंबे समय से बहुत से ऐसे काले कारोबार रुड़की तहसील क्षेत्र के अंतर्गत चल रहे हैं। इसके बावजूद कोई अधिकारी इन पर लगाम लगाने के लिए तैयार नहीं है। इससे यह साफ जाहिर होता है कि संबंधित विभाग के जो अधिकारी हैं वह ऐसे मामलों में कार्यवाही करने की बजाए ऐसे तस्करों को पनाह देने का काम कर रहे हैं।
बता दें कि रुड़की तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाला बडेडी राजपूतान गांव के बाहर नेशनल हाईवे पर पिछले काफी सालों से अवैध तेल का काला कारोबार चल रहा है। जिसकी जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारी को भी है लेकिन वह कार्यवाही करना क्यों नहीं चाहते इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। क्योंकि सूत्रों की माने तो कहा जाता है कि खाद्य पूर्ति विभाग के जो अधिकारी है उन्ही की सांठगांठ के चलते यह अवैध तेल का काला कारोबार यहां पर चल रहा है। कहा यह भी जाता है कि यह अवैध कारोबार करने वाले जो लोग हैं इनके द्वारा डीजल पेट्रोल इकट्ठा करके गोदाम बनाया गया है। इसकी कोई अनुमति उनके पास नहीं है और यह विस्फोटक गोदाम जो बनाए गए हैं, कभी भी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इससे आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दरअसल, इस अवैध तेल के काले कारोबार पर कुछ साल पहले भी एक बार कार्यवाही हो चुकी है। इसके बाद भी यह काला कारोबार फलफूल रहा है। कहा जाता है कि पहले यहां पर डीजल पेट्रोल के टैंकरों से जो तेल चोरी किया जाता था उस वक्त यहां पर पन्ना डालकर तेल निकाला जाता था लेकिन अब उस पन्ने की जगह काला गेट लग चुका है और काले गेट के अंदर डीजल पेट्रोल के टैंकर खाली किये जाते हैं और उन गाड़ियों से यह व्यक्ति तेल निकालने के बाद बाहर बेचता है। यह काला कारोबार सुबह से ही शुरू हो जाता है और शाम तक सरकारी गाड़ी से तेल निकालने का काम चलता रहता है। हालांकि संबंधित विभाग के अधिकारी इस रास्ते से हरिद्वार तक जाते हैं, लेकिन कोई भी इन पर कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं होता है। आज ही का एक ताजा वीडियो हमारे पास आया है जिसके कुछ फोटो हम खबर के साथ साझा कर रहे हैं । बरहाल, देखना होगा कि यह खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी अपनी नींद से जागकर इस पर कोई कार्यवाही करते हैं या नहीं या फिर अवैध तेल का काला कारोबार ऐसे ही चलता रहेगा।