देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के पास 253 आयुर्वेदिक डॉक्टरों के रिक्त पदों के सापेक्ष इतने आवेदन आ चुके हैं कि बोर्ड को छटनी करने की आवश्यकता पड़ रही है। बता दें कि उत्तराखंड में डॉक्टरों की कमी पूरी हो सके ,उसके लिए लिए बोर्ड की तरफ से एलोपैथिक, आयुर्वेदिक और होम्योपैथी चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है है। 253 आयुर्वेदिक डॉक्टरों के रिक्त पदों के लिए एप्लीकेंट्स की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि अब बोर्ड को छटनी परीक्षा करानी पड़ रही है। जो आवेदनकर्ता छटनी परीक्षा में क्वालिफाइड करेंगे, उन चिकित्सकों की रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए बोर्ड लिखित परीक्षा कराने जा रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों की भर्ती के लिए बोर्ड ने 29 मई को रिटन एग्जाम की तिथि निर्धारित की है।
इसके अलावा नए और पुराने सरकारी मेडिकल कॉलेजों को जल्द ही असिस्टेंट प्रोफेसर मिलने जा रहे हैं। विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए 339 पदों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर का सलेक्शन प्रोसेस भी गतिमान है। इसके साथ ही बोर्ड ईएसआई के 33 रिक्त पदों को भरने के लिए डॉक्टर्स की भर्ती करने जा रहा है। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के चेयरमैन डॉ डीएस रावत ने बताया कि 30 के करीब होम्योपैथिक चिकित्सकों के पदों पर भी भर्ती की जानी है, इसके लिए प्रोसेस चल रहा है। उन्होंने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ नर्सों के 1383 पदों के लिए सितंबर 2022 में लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी।
बता दें कि आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के पदों को लिए काफी संख्या में आवेदन आए हुए हैं ऐसे में बोर्ड ने अब छटनी परीक्षा कराने का निर्णय लिया है बोर्ड के चेयरमैन का कहना है कि यदि 1500 सौ से अधिक आवेदन आते हैं तो ऐसे में लिखित परीक्षा आयोजित कराई जाती है।