UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK:जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क में हुए अवैध पेड़ कटान व निर्माण कार्य के मामले में अनु पंत नाम की एक याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर सीबीआई जांच की मांग की थी।(jim corbett harak singh) इस प्रकरण में पूर्व में आईएफएस ऑफिसर रह चुके किशन चंद, जेल जा चुके हैं और अब पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत समेत कई बड़े अफसर इस जांच के दायरे में आ सकते हैं।
नैनीताल हाईकोर्ट ने जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क में अवैध पेड़ कटान और निर्माण कार्य मामले में(jim corbett harak singh) अब सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। इस से मामले में फंसे पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत समेत कुछ आईएफएस और बड़े अधिकारियों की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही हैं।
नैनीताल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायाधीश आलोक वर्मा की खंडपीठ ने यह फैसला सुनाया है। इस से पहले इस बहुचर्चित प्रकरण में अनु पंत ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था।
ये भी पढ़ें-

अमृत 2.0 योजना में 23 शहरों को किया जाएगा विकसित
(jim corbett harak singh): मामले में अब तक क्या क्या हुआ?
बता दें कि अभी इस मामले को लेकर विजिलेंस की टीम की जांच चल रही है। हाल ही में विजिलेंस ने पूर्व मंत्री हरक के पास से दो जेनरेटर भी बरामद किये थे। (jim corbett harak singh)गौरतलब है कि पूर्व में भाजपा सरकार की कैबिनेट में वन मंत्री रहते हुए हरक सिंह रावत व कुछ आला अधिकारियों पर जिम कार्बेट नैशनल पार्क की पाखरो रेंज में अवैध पेड़ कटान व निर्माण कार्य को लेकर गम्भीर आरोप लगे थे।
उत्तराखंड से जुड़ी और खबरों के लिए सबस्क्राइब करें- देवभूमि न्यूज