छात्र संख्या शून्य होने के बाद इन स्कूलों पर लगे गए थे ताले
पौड़ी (संवाददाता- कुलदीप बिष्ट): पौड़ी जिले में एक बार फिर से सरकारी विद्यालयों में छात्र संख्या बढने के कारण दोबारा से आबाद होते नजर आने लगे हैं। जिन स्कूलों के किवाड़ छात्र संख्या शून्य हो जाने के कारण बंद हो गये थे अब वे फिरसे खुलने लगे हैं। अब शिक्षा विभाग के लिये इस साल का शिक्षा सत्र मानों कुछ खास बन गया हो जब विरान होकर बंद पड़े सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में एक बार फिर से छात्रों की चकाचौंद नजर आने लगी है।
इस परिवर्तन से शिक्षा विभाग के चेहरे तो खिल ही गये हैं साथ ही साथ स्कूलों की खोई हुई रौनक भी इस साल वापस लौट आयी है। जिले के पोखडा ब्लाक का सिडियाखाल प्राथमिक विद्यालय इस बात की गवाही साफ दे रहा है कि जहां अब तक 53 छात्रों के परिजनों ने अपने बच्चों का दाखिला इस प्राथमिक विद्यालय में करवाया है, जबकि 3 साल पूर्व स्कूल के दिलहीज छात्र संख्या शून्य हो जाने के कारण विरान हो गयी थी और स्कूल को बंद करना पडा था। वहीं नैनीडांडा का प्राथमिक विद्यालय ठीक 9 साल बाद खुल पाया है ये विद्यालय भी छात्र संख्या शून्य हो जाने के बाद से बंद पडा था लेकिन अब स्कूल में छात्र संख्या बड़ी तो स्कूल की रौनक वापस लौट आयी। इसी तरह से पाबौ ब्लाक का मसौटी प्राथमिक विद्यायल में छात्र संख्या बढ़ने के बाद स्कूल की खोई रौनक वापस लौट आयी है।
वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि निजी विद्यालयों और गांव से हुए पलायन के कारण स्कूल बंद जरूर हुए लेकिन एक बार फिर से गांव आबाद हुआ तो स्कूल छात्रों के लिये खोल दिये गये है जो कि शिक्षा विभाग के लिये किसी वरदान से कम नही है। अधिकतर स्कूलों में छात्रों की संख्या बढने का एक कारण कोरोना दौर में गांव लौटे प्रवासी और उनके बच्चे है जिसके बाद छात्रों का दाखिला स्कूल में हुआ और छात्र संख्या बढने से स्कूल की खोई चकाचौंद वापस लौट आयी।
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