UTTARAKHAND DEVBHOOMI DESK:देश की राजधानी दिल्ली में G20 india summit का शुभारंभ हो चुका है। यह शिखर सम्मेलन दो दिन 9 और 10 सितंबर तक चलेगा। सममेलन के आज पहले दिन पूरी दुनिया से आए 20 बड़े देशों राष्ट्राध्यक्ष और बड़े नेता एक ही मंच पर साथ आकर विश्व और मानव हितों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। इस G20 india summit के लिए अभी तक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति समेत अन्य राष्ट्रों के अध्यक्ष शिरकत करने पहुँच चुके हैं।
पीएम मोदी ने विभिन्न देशों के नेताओं का भारत की धरती पर स्वागत किया है। पीएम ने अपने संबोधन में दुनिया से वैश्विक विश्वास की कमी को विश्वास और निर्भरता में बदलने के लिए एक साथ आने की बात की। उन्होंने ये भी कहा है कि यह हम सभी के लिए एक साथ आगे बढ़ने और एक बेहतर भविष्य बनाने का समय है।
बता दें कि 10 सितंबर तक चलने वाले G20 india summit के लिए दिल्ली पूरी तरह से तैयार है। पूरी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। विदेशी मेहमानों के स्वागत और उनकी सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्थाएं की गई हैं। इस सम्मेलन के दौरान दुनियाभर की नजरें भारत की अध्यक्षता पर रहेंगी।
क्या है जी20?
विश्व में हो रहे अंतरराष्ट्रीय ऋण संकटों की एक लंबी कड़ी के बाद 1999 में जी20 की स्थापना हुई थी। जी 20 के सदस्यों का लक्ष्य आर्थिक, राजनीतिक और स्वास्थ्य जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व नेताओं को एकजुट करना है। वैश्विक वित्तीय संकट सामने आने के बाद नवंबर 2008 में राष्ट्राध्यक्षों की पहली बार आधिकारिक बैठक हुई। बता दें कि वर्तमान समय G20 india summit में 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हो रहे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, ब्रिटेन, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया और टर्की इसके स्थायी सदस्य हैं।

अफ्रीकी संघ बना स्थायी सदस्य
अफ़्रीकन यूनियन के रूप में जी20 को एक नया स्थायी सदस्य मिल गया है। G-20 india summit के पहले दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने अफ्रीकन यूनियन को आधिकारिक रूप से जी-20 ग्रुप में शामिल किए जाने की घोषणा की। बता दें कि पीएम मोदी ने 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनाए जाने को लेकर सम्मेलन से 3 महीने पहले सभी सदस्य देशों को चिट्ठी लिखकर उनकी सहमति मांगी थी, सभी देशों की आपसी सहमति के बाद अब अफ्रीकी यूनियन सथायी तौर पर जी20 में शामिल हो गया है।
इस समूह के सदस्य देश विश्व के 80 प्रतिशत से अधिक आर्थिक उत्पादन का को नियंत्रित करते हैं। G20 शिखर सम्मेलन साल में एक बार आयोजित किया जाता है। इस सम्मेलन में सदस्यों देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले वित्त मंत्री और राष्ट्राध्यक्ष एक मंच पर साथ आकर अपनी बात रखते हैं। इस सम्मेलन मेजबानी करें वाला राष्ट्र द्वारा ही सम्मेलन की अध्यक्षता की जाती है, G20 india summit की अध्यक्षता इस बार भारत कर रहा है।
G20 india summit की थीम
इस बार के G20 india summit की थीम वसुधैव कुटुंबकम या ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्युचर’ रखी गई है।

इस बार के जी20 सम्मेलन में कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं जैसे संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय मजदूर संगठन, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बोर्ड और द ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनोमिक कॉपरेशन एंड डेवलेपमेंट अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्वबैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन को भी आमंत्रित किया गया हैं। इसके अलावा भारत ने G20 india summit के लिए अफ्रीकन यूनियन डेवलेपमेंट एजेंसी, एशियन डेवलेपमेंट बैंक और आसियान जैसे क्षेत्रीय संगठनों को भी सम्मेलन में शामिल होने का बुलावा भेजा है।
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G20 india summit के ये हो सकते हैं मुख्य मुद्दे
G20 india summit के साल 2023 के सम्मेलन में आर्थिक और वाणिज्यिक विषयों के अलावा जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, वैश्विक कर्ज जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय कर्ज संरचना में सुधार, क्रिप्टोकरेंसी का नियमन और खाद्य सुरक्षा के मुद्दों पर भी सम्मेलन में बात की जा सकती है।
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