Uttarakhand Devbhoomi Desk: उत्तराखंड विधानसभा के बर्खास्त कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी है। ऐसे में आज चौथे दिन विधानसभा के बाहर कर्मचारियों ने आर्टिकल 14 का मास्क पहन कर फिर से धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों (dismissed employees of vidhansabha) का कहना है कि सरकार ने 2016 के बाद के ही नियुक्त कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई लेकिन उससे पहले के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। 20 दिन की जांच के बाद 2016 के बाद नियुक्त कर्मचारियों की नियुक्तियां रद्द कर दी गईं थी।
dismissed employees of vidhansabha: सकारात्मक कार्रवाई की मांग
बर्खास्त कर्मचारी इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर कोई सकारात्मक कार्रवाई (dismissed employees of vidhansabha) नही की गई तो वह इसके विरोध में आंदोलन तेज करने को बाध्य होंगे। बर्खास्त कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें न्याय मिलने तक ये आंदोलन जारी रहेगा और अगर न्याय नहीं दिया गया तो वह विधानसभा अध्यक्ष के घर के बाहर आत्मदाह कर लेंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले बुधवार को विधानसभा (dismissed employees of vidhansabha) के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जबरन हटाया। इस कार्रवाई से कार्मिकों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। गौरतलब है कि विधानसभा में बैकडोर से भर्तियां करने पर सवाल उठने पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने 23 सितंबर 2022 को तत्काल प्रभाव से 2016 से 2021 तक की गईं कुल 228 नियुक्तियां को रद्द कर कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद से ही बर्खास्त कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया।