चमोली (पुष्कर सिंह नेगी): बारिश के बाद सड़कों के जगह-जगह लगातार टूटने से पर्वतीय क्षेत्रों में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सड़कें चाहे ग्रामीण इलाकों की हों या राष्ट्रीय राजमार्ग। सड़कों के लगातार टूटकर अवरूद्ध होने से चारधाम तीर्थ यात्री और आम राहगीर जगह-जगह सड़कों पर फंसे रहते हैं।
बता दें कि आज कर्णप्रयाग ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग की तो यह अभी लगभग साढ़े तीन बजे के आसपास नवगांव और नारायणबगड़ के बीच पहाड़ी के दरकने से बंद हो गई है। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई है और लोग परेशान नजर आ रहे हैं। बताते चलें कि पिछले कुछ सालों से कर्णप्रयाग ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीआरओ के द्वारा सड़क का चौड़ीकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है और यहां पूरा पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते पहाड बारंबार टूटकर सड़क पर आ गिरते हैं जिससे सड़क बंद हो जाती हैं।
बीआरओ के मेजर शिवम अवस्थी ने कहा कि सड़क पर आए मलबा पत्थरों को बड़ी तेजी से हटाकर यातायात बहाल करने की पूरी कोशिश की जा रही है परंतु जब पूरा मलवा पत्थर हटा लिया जायेगा तब ही कुछ पता चल पायेगा कि सड़क आसानी से बहाल हो सकती है या पहाड़ को काटकर सड़क बनानी पडेगी। ऐसे में समय के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। गौरतलब है कि बारिश भी सड़क खोलने में खलल डाल सकती।और यदि बारिश नहीं हुई तो देर रात तक सडक के यातायात के लिए बहाल होने के आसार लग रहे हैं।