/ Dec 30, 2024
All rights reserved with Masterstroke Media Private Limited.
कैरारो इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1997 में हुई थी और यह कंपनी औद्योगिक व कृषि मशीनरी के घटक बनाती है। कंपनी के पास छोटे गियर्स से लेकर पूरे असेंबल ट्रैक्टर तक का बड़ा उत्पाद पोर्टफोलियो है। इन उत्पादों को कंपनी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बेचती है। कंपनी का मुख्य ध्यान उन क्षेत्रों पर है जहां कृषि और औद्योगिक विकास की जरूरत है। कंपनी के शेयर बाजार में आने के बाद यह कई प्रमुख कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करेगी। इनमें एस्कॉर्ट्स कुबोटा, शैफ्लर इंडिया, सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसीजन फोर्जिंग्स और रामकृष्णा फोर्जिंग्स जैसी कंपनियां शामिल हैं।
कंपनी का आईपीओ कुल ₹1,250 करोड़ का था, जो पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में था। यानी कि कंपनी ने नए शेयर जारी नहीं किए, बल्कि पहले से मौजूद शेयरों को बेचने का फैसला किया। इस आईपीओ में 1,77,55,680 शेयर बेचे गए। कैरारो इंडिया ने इस आईपीओ के लिए ₹668 से ₹704 का प्राइस बैंड तय किया था। रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट यानी 21 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते थे, जो ₹14,784 का निवेश करते थे। अगर कोई अधिक निवेश करना चाहता था, तो वह 13 लॉट यानी 273 शेयरों तक के लिए आवेदन कर सकता था, जिसके लिए ₹1,92,192 का निवेश करना होता था।
इंडो फार्म इक्विपमेंट का IPO 31 दिसंबर से होगा ओपन, इतना हो सकता है मुनाफा
देश दुनिया से जुड़ी हर खबर और जानकारी के लिए क्लिक करें-देवभूमि न्यूज
All Rights Reserved with Masterstroke Media Private Limited.