Aloha Airlines flight 243: जब उड़ते हुए plane की छत फटी क्या हुआ यात्रियों का?

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देहरादून ब्यूरो। सोचिए ज़रा, आप प्लेन में हज़ारों फीट की ऊचांई पर हों और अचानक से प्लेन की छत उखड़ जाए तो कैसा होगा वहां का मंजर। लोग प्लेन से बाहर छिटक रहे होगें। बाकी लोग जो प्लेन में बच गए होंगे वो कैसे ले रहे होगें वहां सांस। ये मंजर ऐसा है जिसे सुनकर ही दिल दहल जाए और रूह कांप जाए। तो सोचिए ज़रा जो लोग उस जगह पर मौजूद होंगे उन पर क्या बीती होगी उस समय और क्या हाल हुआ होगा उनका। 28 अप्रैल 19अठासी88 वो दिन था जब Aloha Airlines flight 243 की छत ही आसमान में उड़ गई। इस दिन Aloha Airlines flight 243 तीन उड़ाने भर चुकी थी और ये उड़ान उसकी चौथी और आखिरी उड़ान होने वाली थी। उस दिन मौसम बिलकुल ठीक था न ही कोई आंधी तूफान और न ही बिजली कड़क रही थी। मगर फिर भी उस दिन ऐसा क्या हुआ कि  Aloha Airlines flight 243 की छत फट कर आसमान में उड़ने लगी। और क्या प्लेन की छत फटने से प्लेन में सवार लोग भी आसमान में कहीं खो गए। इस हादसे के बारे में पूरी तरीके से जानने के लिए वीडियो को पूरा देखिएगा।

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1 बजकर 25 मिनट में Hawai के Hilo International airport से Aloha Airlines flight 243 ने Honolulu के लिए उड़ान भरी। इससे पहले भी Aloha Airlines flight 243 तीन बार उड़ान भर चुकी थी और तीन बार ही इस प्लेन का Inspection भी हो चुका था। जिसके बाद जब ये प्लेन चौथी उड़ान भरने जा रहा था तो उससे पहले इस प्लेन का Inspection नही किया गया क्योंकी already प्लेन का 3 बार inspection हो चुका था। इस Flight में कुल 6 क्रू मेमबर्स थे और 89 passengers थे जो Honolulu के लिए उड़ान भर चुके थे। इस दौरान Flight में सवार एक महीला ने कुछ ऐसा भी देखा जिसे अगर वो उसी समय सबको बता देती तो शायद ये हादसा टल सकता था। इस बारे में आपको आगे जानकारी देगें। मगर उससे पहले आपको उस दिन क्या हुआ था कैसे प्लेन की छत उखड़ कर हवा में उड़ गई ये बताते हैं। उड़ान भरने के करीबन 23 मिनट बाद यानी की दिन के 1 बजकर 48 मिनट पर अचानक से Aloha Airlines flight 243 की left Side की roof ही उखड़ गई। जिसके बाद प्लेन में अफरा तफरी मच गई। जैसे ही Flight की छत उखड़ी वैसे ही प्लेन में Explosive decompression हो गया जिसके बाद प्लेन की pressurized air  बाहर निकलने लगी और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। अब जिस जगह प्लेन की छत नही उखड़ी थी उस जगह बैठे passengers तो Oxygen mask की मदद से सांस लेने लगे और जहां की छत उखड़ी थी वहां तो लोगों के पास ये ऑपशन भी नही था। 24000 फीट की ऊंचाई पर Oxygen level और Air Pressure न के बराबर होता है जिसके कारण प्लेन में सवार हर इनसान को यहां सांस लेने में दिक्कत हो रही थी ऐसे में इंसान एकदम से नही मरता बक्ली वो अधमरा होने लगता है। लेकिन अभी भी 1% chance था प्लेन में मौजूद लोगों की जान बचाने का। मगर सवाल ये था कि क्या ये प्लेन safely land कर पाएगा। अगर प्लेन 10000 फीट तक भी नीचे आ जाए तो भी लोग सांस ले सकते हैं क्योंकी 10000 फीट तक की ऊचांई पर इतना Oxygen level और air pressure होता है कि इंसान आराम से सांस ले सकता है। अब इस विमान को करीबन 14000 फीट नीचे आना था ताकी विमान में मौजूद passengers ठीक से सांस ले सकें। आमूमन प्लेन एक मिनट में 3000 फीट तक नीचे आ सकता है यानी की 14000 फीट नीचे आने के लिए प्लेन को लगने चाहिए 4- 5 मिनट मगर क्योंकी इस प्लेन का ऊपर का भाग उखड़ चुका था जिसकी वजह से Cockpit का दरवाजा भी उखड़ गया था और धीरे धीरे पूरे प्लेन के परखच्चे भी उखड़ सकते थे। इसलिए जहां एक प्लेन को 14000 फीट तक नीचे आने में 4-5 मिनट लगते हैं वहीं इस प्लेन को नीचे आने में 5 से 7 मिनट तक लग सकते थे। ये हदसा maui Island के पास हुआ था इसलिए सबसे पास का airport maui island का airport ही था जहां Aloha Airlines flight 243 emergency Landing करने जा रही थी।

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उस दिन उस प्लेन में बैठे लोगों की किस्मत अच्छी थी कि Aloha Airlines flight 243 की emergency landing successful रही और इस प्लेन में सवार सभी लोगों की जान बच गई मगर इस हादसे में एक Flight attendant की जान चली गई। जिस समय ये हादसा हुआ उस समय इस Flight attendant ने seat belt नही पहनी थी जिसके कारण वो हवा में उड़ गई और उसके बाद उसकी Dead Body कभी नही मिली। इस हादसे में सभी लोगों को काफी गंभीर चोटें आईं थी मगर किसी की भी जान नही गई।

अब ये हादसा कैसे हुआ इस पर बात कर लेते हैं। NTSB यानी की United states national transportation safety Board द्वारा जब निरीक्षण किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि S 10L यानी की Station 10 Left हिस्से के LAP Joint में जंक लग गया था जिसके कारण ये हादसा हुआ। आपको बता दें कि Lap Joint प्लेन की body को join करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही प्लेन के take off  करने से पहले ही एक passenger ने प्लेन के दरवाज़े से ऊपर की तरफ एक Crack को notice कर लिया था। मगर उस passenger ने इसलिए कुछ नही कहा क्योंकि उसे लगा कि शायद plane का inspection कर रहे ऑफिसर्स ने इस क्रैक को नोटिस कर लिया होगा। शायद अगर प्लेन का inspection किया गया होता तो ये हादसा टल जाता या फिर अगर वो passenger ही प्लेन के उड़ान भरने से पहले ही सबको उस क्रैक के बारे में बता देता तो शायद वो हादसा टल जाता। ये किसी चमत्कार से कम नही था की इतने बड़े हादसे में केवल एक ही मौत हुई या ये कह सकते हैं कि किस्मत अच्छी थी उन सभी लोगों की जो इतने बड़े हादसे में वो बच गए।