/ Dec 17, 2025
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UTTARAKHAND DRY COLD WEATHER: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलने लगा है और ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार (17 दिसंबर) को प्रदेश के मैदानी इलाकों, खासकर हरिद्वार और ऋषिकेश में दिन की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई। वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में भी हल्की धुंध छाई रही और पाला जमने से सुबह-शाम की ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग ने हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिलों में मध्यम से घना कोहरा छाने की चेतावनी जारी की है, जिससे दृश्यता कम होने की आशंका है। इस बीच, चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिसके कारण झरने और नदी-नाले जमने लगे हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, बुधवार (आज) प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश या बर्फबारी के कोई संकेत नहीं हैं, लेकिन सुबह के समय कोहरा लोगों की दिनचर्या पर असर डाल सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि 20 दिसंबर तक प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, 21 दिसंबर को मौसम करवट बदल सकता है। पूर्वानुमान के मुताबिक, 21 दिसंबर को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिले के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही, 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने के भी आसार जताए गए हैं।

धर्मनगरी हरिद्वार में मौसम ने करवट बदली है और शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक कोहरे की घनी चादर छा गई है। चारों तरफ धुंध फैली हुई है। ठंड के अचानक बढ़ने से बुजुर्गों और बच्चों को खासी परेशानियां हो रही हैं। बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण लोगों को अपने कामकाज पर जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हरिद्वार-नजीबाबाद हाईवे पर दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालकों को मजबूरन अपनी गाड़ियों की हेडलाइट्स जलाकर सावधानीपूर्वक धीमी गति से चलना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने वाहन चालकों को धीमी गति और सावधानी के साथ चलने की सलाह दी है।

चमोली जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बदरीनाथ धाम, नीति घाटी और औली सहित उच्च हिमालयी क्षेत्रों में झरने और नदी-नाले जमने लगे हैं। हालांकि, बर्फबारी व बारिश न होने से पहाड़ सूखे पड़े हैं। पाला जमने से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। बदरीनाथ धाम में ऋषिगंगा का पानी लगातार जम रहा है। पानी के जमने से वहां ऐसी स्थिति बन गई है कि लोग इसे बर्फ मान रहे हैं। चमोली जिले की नीति घाटी में स्थित टिम्मरसैंण महादेव में इन दिनों पर्यटकों और यात्रियों की आवाजाही हो रही है। बताया गया है कि टिम्मरसैंण में पानी जमने से प्राकृतिक शिवलिंग का प्रारंभिक आकार बनना शुरू हो गया है।

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