/ Oct 08, 2025
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UKSSSC PAPER LEAK: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में जांच की दिशा और गहरी हो गई है। कोर्ट ने मुख्य आरोपी खालिद मलिक और उसकी बहन साबिया की न्यायिक हिरासत दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी है। वहीं, विशेष जांच दल (SIT) ने जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं, जिनसे परीक्षा प्रणाली की लापरवाही और तकनीकी सेंध का पता चलता है।
SIT की रिपोर्ट के अनुसार, 21 सितंबर 2025 को हुई परीक्षा में हरिद्वार के पथरी स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज में खालिद ने हाई-टेक उपकरण की मदद से प्रश्न पत्र की फोटो खींची और अपनी बहन साबिया को भेज दी। साबिया ने ये फोटो टिहरी की सहायक प्रोफेसर सुमन चौहान को फॉरवर्ड की, जिन्होंने प्रश्नों के उत्तर तैयार कर वापस भेजे। हालांकि, खालिद को दोबारा टॉयलेट जाने की अनुमति नहीं मिली, जिसके चलते वह उत्तरों का उपयोग नहीं कर सका।
जांच में यह भी सामने आया कि जिस परीक्षा कक्ष में खालिद बैठा था, वहां मोबाइल जामर नहीं लगाया गया था, जबकि अन्य कक्षों में 15 जामर सक्रिय थे। इस लापरवाही ने पूरे परीक्षा केंद्र की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। SIT ने खालिद के आवास पर छापेमारी कर कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए और पाया कि वहां अवैध बिजली कनेक्शन का उपयोग किया जा रहा था। आरोपी की दूसरी बहन हिना की भूमिका भी जांच के दायरे में है। SIT के मुताबिक, हिना का मोबाइल फोन अभी तक बरामद नहीं हुआ है, जिससे कई अहम सबूत मिलने की संभावना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को अत्यंत गंभीर मानते हुए CBI जांच के आदेश दिए हैं। जांच की निगरानी रिटायर्ड हाईकोर्ट जज यूसी ध्यानी करेंगे, और SIT को एक महीने के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और पारदर्शिता से समझौता नहीं होगा। इस खुलासे के बाद प्रदेशभर में छात्रों और अभ्यर्थियों का गुस्सा भड़क गया है। देहरादून समेत कई जिलों में परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। छात्रों का कहना है कि पेपर लीक से मेहनती युवाओं का भविष्य बार-बार दांव पर लगाया जा रहा है।
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