/ Sep 09, 2025
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HALDWANI SUICIDE CASE: नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में सोमवार को हुई दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। यहाँ बीबीए स्टूडेंट सजल ने असहनीय दर्द और अवसाद के चलते अपनी जान दे दी। 22 वर्षीय युवक के इस कदम से परिवार सहित आसपास के लोग गहरे सदमे में हैं। घटना के बाद घर में मातम छाया हुआ है और अस्पताल में भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस के अनुसार, हीरानगर निवासी सजल बीबीए की पढ़ाई कर रहा था और पिछले कुछ समय से बीमारियों से जूझ रहा था।
सोमवार सुबह वह बाथरूम गया और थोड़ी देर बाद चीखने की आवाज आई। जब परिवारजन अंदर पहुंचे तो वह खून से लथपथ पड़ा था। आनन-फानन में उसे सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से खून से सना चाकू बरामद हुआ है। जांच में सामने आया कि सजल ने यह चाकू ऑनलाइन मंगवाया था। मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब सजल का छह मिनट 32 सेकंड का वीडियो सामने आया। इस वीडियो को उसने घटना से पहले यू-ट्यूब पर अपलोड किया था। इसमें सजल ने अपने मम्मी-पापा से माफी मांगते हुए कहा कि वह कमर और पेट के असहनीय दर्द को और झेल नहीं सकता।
उसने साफ लिखा और कहा कि यह उसका खुद का निर्णय है और इसमें परिवार या दोस्तों का कोई दोष नहीं है। वीडियो में सजल ने भावुक होकर कहा “मम्मी-पापा! रियली सॉरी, मैं इतना स्ट्रांग नहीं हूं कि सबकुछ ट्रीट कर पाऊं। (HALDWANI SUICIDE CASE) आपने मेरे लिए सबकुछ किया लेकिन मैं यह दर्द और सहन नहीं कर पा रहा।” सजल ने वीडियो में यह भी बताया कि ढाई-तीन महीने पहले उसकी कमर में दर्द शुरू हुआ था। स्लिप डिस्क की समस्या सामने आई और उसने कई डॉक्टरों से इलाज कराया। पेट और कमर का दर्द इतना असहनीय हो गया कि उसने आत्मघाती कदम उठाने का फैसला कर लिया।
सजल अपने नाम से एक यू-ट्यूब चैनल भी चलाता था, जिसमें उसने 63 वीडियो अपलोड किए थे और उसके साढ़े आठ हजार से अधिक सब्सक्राइबर थे। उसके चैनल पर विजिलेंस, पर्यावरण और स्कैम से बचाव जैसे जागरूकता से जुड़े वीडियो मौजूद हैं। दो साल पहले वह नियमित रूप से वीडियो अपलोड करता था। आखिरी वीडियो उसने आत्महत्या से ठीक पहले अपलोड किया। सजल दो भाइयों में छोटा था। उसका बड़ा भाई विदेश में पायलट की ट्रेनिंग ले रहा है। पुलिस ने बताया कि विदेश में रह रहे भाई ने भी यह वीडियो देखा और तुरंत परिवार से संपर्क किया।
अगर आप मानसिक तनाव, अवसाद या किसी गहरे दुख से गुजर रहे हैं तो याद रखिए आप अकेले नहीं हैं। आप जिस दर्द से लड़ रहे हों, उसका हल मौजूद है। अपने भरोसेमंद दोस्तों, परिवार या किसी काउंसलर से बात करें। कभी-कभी सिर्फ एक बातचीत ही बोझ हल्का कर देती है। अगर आपको लगता है कि हालात काबू से बाहर हो रहे हैं तो तुरंत नज़दीकी डॉक्टर या हेल्पलाइन से संपर्क करें। आपकी ज़िंदगी अनमोल है। मदद लेने में हिचकिचाइए मत क्योंकि आपकी मुस्कान और आपकी मौजूदगी से कई लोग जुड़े हैं।
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