/ Nov 26, 2024
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STUDY ABROAD: आजकल विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना कई भारतीय छात्रों का सपना बन गया है। विदेशी विश्वविद्यालयों की प्रतिष्ठा और वैश्विक मान्यता ने भारतीय छात्रों को अपनी ओर आकर्षित किया है। लेकिन विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने की यात्रा आसान नहीं है। इसमें कई चुनौतियाँ शामिल हैं, जिनमें से एक प्रमुख चुनौती है प्रवेश परीक्षाओं को पास करना। विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है। विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए विभिन्न प्रकार की प्रवेश परीक्षाएं होती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख परीक्षाएं इस प्रकार से है-
SAT, यानी Scholastic Aptitude Test, अमेरिका और अन्य देशों के विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए एक मानकीकृत परीक्षा है। यह परीक्षा गणित और अंग्रेजी भाषा की समझ और तार्किक क्षमता का आकलन करती है और कॉलेजों को यह तय करने में मदद करती है कि कौन से छात्र उनके संस्थान के लिए उपयुक्त होंगे। SAT स्कोर कॉलेज आवेदन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और इसे हाई स्कूल के अंक, सह-पाठ्यचर्या गतिविधियां और सिफारिश पत्रों के साथ मिलाकर देखा जाता है।
SAT परीक्षा में तीन खंड होते हैं: पहला खंड बीजगणित, ज्यामिति, डेटा विश्लेषण और गणितीय तर्क से संबंधित प्रश्नों पर आधारित होता है। दूसरा खंड विभिन्न पाठों को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देने पर केंद्रित होता है। और तीसरा खंड व्याकरण, वाक्य संरचना और लेखन कौशल का परीक्षण करता है।
जीआरई, यानी ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशंस, विदेश में उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण परीक्षा है जो विश्लेषणात्मक, मौखिक और संख्यात्मक तर्क क्षमताओं का आकलन करती है। यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित होती है।
परीक्षा के तीन मुख्य खंड होते हैं: पहले खंड में अंग्रेजी भाषा की समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता का मूल्यांकन होता है, जिसमें वाक्य पूर्ति, पढ़ने की समझ और क्रिटिकल रीजनिंग के प्रश्न होते हैं। दूसरे खंड में गणितीय क्षमता का परीक्षण किया जाता है, जिसमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और डेटा विश्लेषण से संबंधित प्रश्न होते हैं। अंतिम खंड में तार्किक सोच और समस्या समाधान की क्षमता का आकलन होता है, जिसमें तर्क, आंकड़े और निर्णय लेने से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
जीमैट, यानी ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट, एक अंतरराष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा है जो मुख्य रूप से बिजनेस स्कूलों में एमबीए जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ली जाती है। इसका उद्देश्य यह निर्धारित करना है कि आप एमबीए कार्यक्रम के लिए कितने सक्षम हैं। परीक्षा में आपके विश्लेषणात्मक, मौखिक और गणितीय कौशल का परीक्षण किया जाता है।
इसमें चार खंड होते हैं: क्वांटिटेटिव रीजनिंग में अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और डेटा पर्याप्तता के प्रश्न होते हैं। वर्बल रीजनिंग में रीडिंग कंप्रहेंशन, क्रिटिकल रीजनिंग और सेंटेंस करेक्शन पर प्रश्न होते हैं। इंटीग्रेटेड रीजनिंग में ग्राफ, तालिका और अन्य दृश्य जानकारी का उपयोग कर विश्लेषणात्मक प्रश्न पूछे जाते हैं। और एनालिटिकल राइटिंग खंड में आपको एक तर्कपूर्ण निबंध लिखना होता है।
विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए अंग्रेजी भाषा में दक्षता आवश्यक है, जिसके लिए IELTS परीक्षा महत्वपूर्ण है। यह परीक्षा अंग्रेजी में सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने की क्षमताओं का मूल्यांकन करती है। इसका उद्देश्य यह जांचना है कि व्यक्ति अंग्रेजी में शिक्षा या काम के वातावरण में प्रभावी ढंग से संवाद कर सकता है या नहीं।
IELTS दो मॉड्यूल्स में होती है: अकादमिक, जो विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए है, और सामान्य प्रशिक्षण, जो अंग्रेजी बोलने वाले देशों में काम या अध्ययन के लिए है। परीक्षा में चार खंड होते हैं: सुनना, पढ़ना, लिखना और बोलना, जिसमें विभिन्न प्रकार के सवालों और लेखन के माध्यम से परीक्षार्थी की अंग्रेजी क्षमता का आकलन किया जाता है।
एमसीएटी (Medical College Admission Test) एक मानकीकृत परीक्षा है जो मेडिकल स्कूल में प्रवेश के लिए आवश्यक है। यह परीक्षा विज्ञान विषयों में समझ, समस्या समाधान क्षमता, महत्वपूर्ण सोच और लेखन कौशल का मूल्यांकन करती है। एमसीएटी परीक्षा का उद्देश्य यह जांचना है कि उम्मीदवार मेडिकल स्कूल के कठिन पाठ्यक्रम के लिए तैयार है या नहीं।
इसमें चार खंड होते हैं: भौतिक और जैविक विज्ञान, रसायन विज्ञान, मनोविज्ञान और लेखन। भौतिक और जैविक विज्ञान खंड में भौतिकी, जीव विज्ञान और कार्बनिक रसायन से संबंधित प्रश्न होते हैं, जो वैज्ञानिक सिद्धांतों और अवधारणाओं को समझने की क्षमता का मूल्यांकन करते हैं। रसायन विज्ञान खंड में रसायन विज्ञान के मूल सिद्धांत और अवधारणाएं शामिल होती हैं, जबकि मनोविज्ञान खंड में मानव व्यवहार को समझने की क्षमता पर ध्यान दिया जाता है। लेखन खंड में एक निबंध लिखा जाता है जिसमें उम्मीदवार को दिए गए विषय पर अपनी राय व्यक्त करनी होती है, जिससे लेखन और तर्क करने की क्षमता का आकलन किया जाता है।
LSAT (Law School Admission Test) एक मानकीकृत परीक्षा है जो कानून के क्षेत्र में स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए प्रवेश पाने वाले उम्मीदवारों के लिए डिज़ाइन की गई है। यह परीक्षा उम्मीदवारों की रीज़निंग, क्रिटिकल थिंकिंग, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और राइटिंग एबिलिटी का आकलन करती है। इसका उद्देश्य यह निर्धारित करना है कि उम्मीदवार के पास कानून के अध्ययन के लिए आवश्यक कौशल हैं और वह कानूनी तर्क को समझने और उसका विश्लेषण करने में सक्षम है या नहीं। यह परीक्षा विश्वभर के अधिकांश लॉ स्कूलों द्वारा स्वीकार की जाती है।
LSAT में चार खंड होते हैं: लॉजिकल रीज़निंग, अनालिटिकल रीज़निंग, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, और राइटिंग सैंपल। लॉजिकल रीज़निंग में तार्किक तर्क की समझ और विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित होता है, अनालिटिकल रीज़निंग में तार्किक गठन की समझ और विश्लेषण पर, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन में विभिन्न पाठों को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं, और राइटिंग सैंपल में एक निबंध लिखकर दिए गए विषय पर राय व्यक्त करनी होती है।
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