Badrinath dham doors closed: बदरीनाथ धाम के कपाट आज शनिवार को अपराह्न 3 बजकर 35 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। माणा गांव की महिला मंगल दल की महिलाओं की ओर से तैयार किए गए घृत कंबल (घी में भिगोया ऊन का कंबल) को भगवान बदरीनाथ को ओढ़ाया गया। इसके बाद अगले 6 माह तक भगवान बदरीनाथ की पूजा पांडुकेश्वर और जोशीमठ में संपन्न होगी। इस बार बदरीनाथ धाम में रिकार्ड 17.47 लाख श्रद्धालु पहुंचे। 2018 में 10.58 लाख, जबकि 2019 में 10.48 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे।
बदरीनाथ धाम के कपाट हुए बंद, इस बार पहुंचे रिकार्ड तोड़ यात्री
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Badrinath dham doors closed: 6 माह जोशीमठ में होंगी शीतकालीन पूजा
20 नवंबर प्रात: श्री उद्धव जी व श्री कुबेर जी की डोली श्री बदरीनाथ धाम से श्री योग ध्यान बदरी पांडुकेश्वर पहुंचेगी। साथ में रावल व आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी भी योग बदरी पांडुकेश्वर पहुंचेगी। 20 नवंबर को पांडुकेश्वर प्रवास के पश्चात 21 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगी।
इसके पश्चात योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में शीतकालीन पूजाएं आयोजित होगी। शीतकाल में (दिसंबर से मई माह तक) बदरीनाथ धाम बर्फ के आगोश में रहता है। इस दौरान बदरीनाथ धाम में पुलिस के जवान और मंदिर समिति के 2 कर्मचारियों की तैनाती रहती है।
Badrinath dham doors closed: इस बार बदरीनाथ धाम पहुंचे रिकार्ड तोड़ यात्री
इस साल बदरीनाथ धाम के 17,53,000 तीर्थयात्री ने दर्शन किए। बदरीनाथ धाम में यात्रियों की संख्या का भी रिकार्ड टूटा है। आप को बता दे कि वर्ष 2019 में 12,40,929 तीर्थ यात्री पहुंचे थे। इस बार साढे़ सत्रह लाख से भी अधिक यात्रियों ने यात्रा की है। जो रिकार्ड है।
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