Egas festival in Uttarakhand
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ईगास-बग्वाल पर्व को लेकर राजकीय अवकाश की घोषणा की है उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ! ये पर्व तें और खास बनोण का वास्ता ये दिन हमारा राज्य मा छुट्टी रालि, ताकि हम सब्बि ये त्योहार तै अपणा कुटुंब, गौं मा धूमधाम सै मने सको।
आवा! हम सब्बि मिलके इगास मनोला
नई पीढ़ी ते अपणी लोक संस्कृति से जुड़ोलालोकपर्व 'इगास' हमारु लोक संस्कृति कु प्रतीक च। ये पर्व तें और खास बनोण का वास्ता ये दिन हमारा राज्य मा छुट्टी रालि, ताकि हम सब्बि ये त्योहार तै अपणा कुटुंब, गौं मा धूमधाम सै मने सको।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 25, 2022
सीएम पुष्कर सिंह धामी का ट्वीट
हमारि नई पीढी भी हमारा पारंपरिक त्यौहारों से जुणि रौ, यु हमारु उद्देश्य च।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 25, 2022
यानी की आओ हम सब मिलकर ईगास मनाएंगे और नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़कर रखेंगे। इस पर्व को और ज्यादा खास बनाने के लिए इस दिन राजकीय अवकाश घोषित किया गया है ताकि हम सभी ये त्यौहार अपने परिवार के साथ मना सकेंगे। हमारा यहीं उद्देश्य है कि हमारी नई पीढ़ी हमारे पारंपरिक त्योहारों के साथ जुड़ी रहे।
आपको बता दें कि दिवाली के 11 दिन बाद ईगास बग्वाल पर्व मनाया जाता है। इस दौरान उत्तराखंड में लोग भैलों खेलते हैं।
ईगास बग्वाल पर्व को उत्तराखंड में धूमधाम से मनाया जाता है। पहाड़ों में इसे कणसी बग्लवाल के नाम से भी जानते हैं।
Egas festival in Uttarakhand: भैलो खेलती हुई महिला
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मान्यता है कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को गढ़वाल के वीर माधो सिंह भंडारी तिब्बत का युद्ध जीतकर, अपने सैनिकों के साथ घर लौटे थे। वीर माधो सिंह भंडारी के विजयी होकर लौटने की खुशी में लोगो ने एकादशी के दिन बग्वाल खेल कर खुशियां मनाई।