8 साल बाद रामलीला का आयोजन किया गया, ग्रामीण दिखे उत्साहित। DEVBHOOMI NEWS ।

0
180

#uttarakhandnews #uttarakhand #ramleela
उत्तरकाशी में शीत लहर के बीच जनपद मुख्यालय से सटे वरुणावत पर्वत के शीर्ष पर बसे वरुणाघाटी के ज्ञानजा गांव में 8 वर्ष बाद एक बार फिर से रामलीला का शुभारम्भ किया गया। ज्ञानजा गांव के युवाओं ने रामलीला की परंपरा को दोबारा पुनर्जीवित कर संस्कृति के संवाहक के रूप में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। 8 वर्ष बाद गांव में आयोजित रामलीला को देखने के लिए ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए। तो साथ ही प्रथम दिन रावण दरबार सहित तप लीला ने दर्शकों का जमकर मन मोहित किया।
8 साल बाद रामलीला का आयोजन, मां ज्वाला की देवडोली से किया गया शुभारंभ
उत्तरकाशी जनपद के ज्ञानजा गांव में 8 वर्ष बाद श्री युवा आदर्श रामलीला समिति की और रामलीला का शुभारम्भ किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में गांव की मां ज्वाला की देवडोली और मटिक ढोल देवता और पांच पांडवों के सानिध्य में ग्राम प्रधान ममलेश भट्ट सहित क्षेत्र पंचायत सदस्य तनुजा नेगी वार्ड सदस्यों और महिला मंगल दल अध्यक्ष और रामलीला समिति के पदाधिकारियों ने रामलीला का पहले दिन का रिबन काटकर शुभारंभ किया।
रामलीला के पहले दिन रावण-कुम्भकर्ण-विभीषण सहित ब्रह्म और नारद-रावण संवाद सहित शिव पार्वती संवाद, रावण-शिव संवाद ने दर्शकों का मन मोहा। तो वहीं रावण दरबार मे माजूद रावण दूतों की हस्यकला ने दर्शकों को जमकर गुदगुदाया। ग्राम प्रधान ममलेश भट्ट का कहना है कि रामयज्ञ में ग्रामीणों और युवा शक्ति का सहयोग बना हुआ है। जो अपनी संस्कृति और परम्परा को जीवित रखने में मददगार साबित हो सकता है।