वनाग्नि में कौन झुलसेगा और कौन सेकेगा रोटियां!

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devbhoomi

वनाग्नि में कौन झुलसेगा और कौन सेकेगा रोटियां! सरकार और समाचार E07

आजकल देवभूमि उत्तराखंड मे दो देवता बहुत ही प्रसन्न दिखाई दे रहे हैं. एक तो सूर्य देवता और दूसरे अग्नि देवता.अब कुछ दिन बाद वरूण देवता की भी दृष्टि यहां पड़ जायेगी. लेकिन विडंबना ये है कि देवताओं के राजा इंद्र देवता देवभूमि से रूठ गये हैं. इस नवरात्रों में सभी जगह हवन भी हुए लेकिन फिर भी इंद्र हैं जो प्रसन्न नहीं हो रहे. ऐसे में वन देवता बहुत परेशान नजर आ रहे हैं. वन देवता के कई हिस्सों पर अग्नि देवता का प्रभाव देखने को मिल रहा है. अब अग्नि देवता को यह कौन बताए कि ये वन देवता हैं दानव नहीं हैं जो क्रोध में इनको आप फूंके जा रहे हो.

सबसे बड़ी बात की वन देवता के एक सूबेदार के पास तो दो- दो सूबे हैं और वे कहीं दिखाई नहीं दे रहे. सूबेदार बीके सिंह, सुबोध काला, एम्बरीश कुमार, सर्वेश दुबे, चंद्र शेखर जोशी और ललता प्रसाद टम्टा के पास दो- दो सूबे हैं. ये तो छोड़ो सूबेदार बाबू लाल के पास तो तीन सूबे हैं. अब देवभूमि की सरकार, सूबेदार बाबू लाल हनुमान जी नहीं हैं जो हल्द्वानी से उड़ कर अगले ही क्षण भूमि संरक्षण प्रभाग उत्तरकाशी पहुँच जाएँगे और फिर छ्लान्ग लगाकर टिहरी डैम-2 उत्तरकाशी भी पहुँच जाएँगे.