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विभागों की खींचतान में अटका है हरकी पैड़ी रोपवे का काम, कैसे बढ़ेगा ऐसे में पर्यटन

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हरिद्वार(अरूण कश्यप)- हरिद्वार के साथ जल्द चंडीदेवी मंदिर तक रोपवे का एक ओर आकृषण जुड़ जाएगा। हालांकि अभी इसके बीच शहरी विकास और पर्यटन मंत्रालय की खींचतान  है। शहरी विकास विभाग में जहां इस योजना को लेकर भारी उत्सुकता है तो वहीं पर्यटन मंत्रालय पहले इसके सभी पहलुओं को देख लेना चाहता है।

कनैक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार 2019 में हरिद्वार, ऋषिकेश सहित पांच स्थानों पर रोपवे योजना लेकर आई थी। योजना को सदन के पटल पर भी रखा जा चुका है। जबकि हरिद्वार में दीनदयाल पार्किंग से चंडीदेवी मंदिर तक रोपवे निर्माण की दिशा में प्रारंभिक स्तर का काफी कार्य पूर्ण हो चुका है। हालांकि इसपर अभी पर्यटन विभाग की हरी झंडी मिलनी शेष है। हरकीपैड़ी के सामने स्थित दीनदयाल पार्किंग से सीधे चंडीदेवी मंदिर तक करीब पांच किलोमीटर लंबाई का रोपवे प्रस्तावित है। इससे केवल आठ मिनट में श्रद्धालु मंदिर तक पहुंच सकेंगे। हालांकि चंडीदेवी पर पहले से ही एक रोपवे मौजूद है। लेकिन इसके लिए श्रद्धालुओं को पहले अलग अलग वाहनों से नजीबाबाद मार्ग स्थित बेस स्टेशन तक पहुंचना पड़ता है। जिसमें श्रद्धालुओं का काफी वक्त जाया होता है और इससे सड़कों पर भी जाम के हालात बनते हैं।

फिलहाल इस रोपवे का प्रारंभिक काफी कार्य पूर्ण हो चुका है।

रोपवे निर्माण का काम उत्तराखंड मेट्रो रेल अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन को सोंपा गया है। जो 24 माह में यह कार्य पूरा करेगी। योजना पूरा करने का लक्ष्य 2024 रखा गया है। इसके लिए दीनदयाल पार्किंग से चंडीदेवी तक गंगा और पहाड़ी पर कुल 13 आधार पिलर बनाए जाएंगे। 38 पेड़ काटने की जरूरत पड़ेगी लेकिन कोई विस्थापित नहीं होगा। फिलहाल योजना के सभी पहलुओं जैसे प्रदूषण, भुस्खलन, चक्रवात, मौसम, आपदा प्रबंधन आदि का समाधान किया जा चुका है। इसके साथ साथ स्वर्गाश्रम से मुनि की रेती और ऋषिकेश-नीलकंठ के बीच भी रोपवे योजना पर काम आगे बढ़ रहा है। चंडीदेवी मंदिर के लिए प्रस्तावित रोपवे के नदी और जंगल के ऊपर से गुजरने के कारण उम्मीद है इस रोपवे के शुरू होने के बाद हरिद्वार में रोमांच व धार्मिक पर्यटन को ओर बढ़ावा मिलेगा।

जिला प्रशासन की भूमिका इसमें जन सुनवाई करने तक थी। जिसकी रिपोर्ट हमनें शासन को भेज दी है। इसमें शेष सभी कार्य उत्तराखंड मेट्रो कारपोरेशन के स्तर पर  हो रहे हैं -विनयशंकर पांडे, डीएम हरिद्वार।

परियोजना से स्थानीय रोजगार के अवसर और बेहतर कनेक्टिविटी से पर्यटन में वृद्धि होगी। इस रोपवे की यात्रा रोमांच से भरपूर होगी और यात्री प्राकृतिक सौंदर्य के भी दर्शन कर सकेंगे -जयनंदन सिन्हा डीजीएम सिविल, मेट्रो

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