Home Crime UKSSSC Paper Leak : 1 और छोटी मछली दबोची, बड़े मगरमच्छ बेखौफ!...

UKSSSC Paper Leak : 1 और छोटी मछली दबोची, बड़े मगरमच्छ बेखौफ! UKSSSC का ही PRD कर्मी अरेस्ट

0

UKSSSC के PRD कर्मी ने अपनी पत्नी को सॉल्व करवाया था लीक पेपर, VDO में हुआ है चयन

देहरादून, ब्यूरो। UKSSSC Paper Leak में 1 और आरोपी को STF ने अरेस्ट कर लिया है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय VDO/VPDO भर्ती परीक्षा दिसंबर 2021 के पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) मामले में स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड ने आज शनिवार को 33वीं गिरफ्तारी भी कर ली है। उत्तराखंड एसटीएफ SSP अजय सिंह ने बताया कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में ही तैनात रहे PRD कर्मचारी ने लखनऊ से लीक हुए पेपर को अपनी पत्नी को साॅल्व करवाया था।

UKSSSC Paper Leak में UKSSSC में ही तैनात आरोपी PRD आउटसोर्स कर्मचारी चमोली जिले का रहने वाला है। आरोपी PRD कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, दूसरी ओर UKSSSC Paper Leak Case में अभी तक कई बड़े “मगर” अभी भी बेखौफ घूम रहे हैं।

UKSSSC Paper Leak stf arresting

हाकम सिंह और पूर्व में अरेस्ट आरोपियों के इर्द गिर्द घूम रही जांच

यूकेएसएसएससी प्रश्न पत्र लीक मामले (UKSSSC Paper Leak Case) में यूकेएसएसएससी (UKSSSC) के ही पीआरडी कर्मचारी संजय राणा पुत्र हयात सिंह राणा निवासी भीमतला जिला चमोली को किया गिरफ्तार किया गया है। वहीं, दूसरी ओर इस मामले में अभी त देखा जाए तो एसटीएफ मात्र छोटी-छोटी मच्छलियों को ही लगातार अंदर कर रही है। बड़े मगरमच्छ पुलिस के लंबे और बड़ी पहुंच वाले हाथों में नहीं आ पा रहे हैं। हालांकि अभी जांच जारी है। उम्मीद की जा रही है कि हाकम सिंह की तरह और भी सफेदपोश और कोई नौकरशाह भी जल्द सलाखों के पीछे हो।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी पीआरडी कर्मचारी संजय राणा ने पूर्व पीआरडी कर्मचारी मनोज जोशी के साथ मिलकर अपने घर में ही लखनऊ से लीक हुए प्रश्न पत्र की फोटो कॉपी करवाई गई एवं अपनी पत्नी को प्रश्न पत्र देकर चयनित करवाया। गवाहों के बयान एवं टेक्निकल साक्ष्य के आधार पर अभियुक्त को अरेस्ट किया गया। उसके कब्जे से फोटो कॉपी मशीन और सीपीयू बरामद हुआ है। एसटीएफ के अनुसार आरोपी वर्ष 2014 से 2022 अप्रैल तक यूकेसीएसएससी में पीआरडी कर्मचारी नियुक्त था।

छोटी-छोटी मछलियां अंदर, मगरमच्छ बाहर!

दरअसल, अभी तक एसटीएफ राजनेता के तौर पर सिर्फ हाकम सिंह को अरेस्ट कर पाई है। जांच भी हाकम और उससे पूर्व अरेस्ट कार्मिकों के इर्द-गिर्द ही घूमती दिख रही है। UKSSSC Paper Leak मामले में प्रिंटिंग प्रेस मालिक राजेश, खनन माफिया और एनजीओ संचालक चंदन सिंह मनराल, कुछ सरकारी शिक्षक, सचिवालय के एपीएस सहित कुछ और सरकारी और संविदा कर्मचारियों के अलावा कोई भी बड़ा अफसर और नौकरशाह या राजनेता अभी तक सलाखों के पीछे नहीं डाला जा सका है।

कानून के लंबे हाथ नहीं पहुंच पा रहे इन तक

इस पेपर लीक के गंभीर केस में कहीं न कहीं इस मामले में छोटी-छोटी मछलियां जरूर पकड़ी जा रही हैं, लेकिन बड़े ‘मगरमच्छ’ अभी भी एसटीएफ की पहुंच से बाहर हैं। कानून के हाथ बड़े लंबे होते हैं, लेकिन इस मामले में चंद छोटे लोगों को सलाखों के पीछे डालने की वजाय बड़े मगरमच्छ और जिम्मेदार अधिकारियों को जब तक सलाखों के पीछे नहीं डाला जाता, तब तक शायद ही आने वाले समय में ऐसे नकल माफियाओं पर सही तरीके से नकेल लग पाएगी। हालांकि अभी भी एसटीएफ की जांच जारी है। वहीं, इस जांच को सही तरीके से अंजाम तक पहुंचाने की बजाय कुछ और भर्तियों की जांच में भी उलझाने की कोशिश की जा रही है।

Paper Leak की जांच ने खोले कई और भर्तियों के राज, किस किस की होगी अब तफ्तीश 

जब से उत्तराखंड एसटीएफ ने इस पेपर लीक मामले की जांच शुरू की है तब से कई खुलासे लगातार हो रहे हैं। विधानसभा में बैकडोर से हुई नियुक्तियों का मामला हो, पुलिस, वन, सहकारिता, पशुपालन समेत कई और विभागों में भर्ती घोटाले के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वहीं उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से की गई पूर्व की भर्तियों में कई खेल खेले गए हैं। अब देखना होगा कि सरकार किस-किस भर्ती को जांच के दायरे में लेकर निष्पक्ष तरीके से जांच करती है।

UKSSSC Paper Leak: जेल में बंद 6 नकल माफिया ने ऐसे करवाया सचिवालय रक्षक भर्ती का Paper Leak

Uksssc Paper Leak: STF ने हाकम का पार्टनर और प्रिंटिंग प्रेस के मालिक को भी दबोचा

UKSSSC के बाद Uttarakhand विधानसभा और दारोगा भर्ती की होगी जांच!

Exit mobile version