यूक्रेन में उत्तराखंड समेत 8 राज्यों के सैकड़ों छात्र फंसे, दहशत में परिजन

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युद्ध शुरू होने के बाद छात्रों के अभिभावक चिंतित, नहीं हो पा रही परिजनों की बातचीत

देहरादून, ब्यूरो। रूस और यूक्रेन के बीच आज तड़के शुरू हुए युद्ध के बीच उत्तराखंड सहित देशभर के आठ राज्यों के सैकड़ों छात्र फंसे हुए हैं। इस कारण सभी छात्रों के अभिभावक चिंतित हैं। छात्रों को लेने एक एयर इंडिया की फ्लाइट भी रवाना हुई थी, लेकिन हमले की आंशका के कारण बिना छात्रों को लिए वापस लौट आई। वहीं, अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 9 यूक्रेन के नागरिकों की मौत हो चुकी है। जगह-जगह मिसाइल और हमले के बाद के दुःखद मंजर देखे जा सकते हैं। यूक्रेन के एंबेसडर ने यूएन में भावुक अपील करते हुए देश को बचाने की भावुक गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर तीन तरफ से वार कर ताबड़तोड़ धमाके किए हैं। हमले के बीच उत्तराखंड के करीब 300 छात्र भी वहां पर फंसे हुए हैं जिससे उनके परिजन अपने-अपने बच्चों को लेकर चिंतित हैं।

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उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कोरोनेशन अस्‍पताल में कार्यरत डाॅ. डीपी जोशी के बेटे अक्षत जोशी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। बालरोग विशेषज्ञ डीपी जोशी भी अपने बेटे अक्षत को लेकर चिंति‍त हैं। उन्‍होंने बताया कि आज सुबह सात बजे उनकी बेटे अक्षत जोशी से बात हुई थी। लेकिन अब अक्षत से बात नहीं हो पा रही है। जिसके बाद से वह लगातार अपने बेटे से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अक्षत यूक्रेन के खारक्‍यू में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। वह एमबीबीएस थर्ड ईयर के छात्र हैं। डाक्‍टर डी पी जोशी ने बताया कि यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए तीन फ्लाइट भेजी गईं थीं, लेकिन बहुत भीड़ थी और टिकट भी बहुत महंगा था।

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उन्‍होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि यूक्रेन में फंसे उत्‍तराखंड के लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए समय रहते प्रयास करने चाहिए। उनका कहना है कि यूक्रेन में अभी करीब 300 उत्‍तराखंडी फंसे हुए हैं। सरकार को उन्‍हें निकालने के प्रयास तेज करने चाहिए। इसके साथ ही देशभर के करीब 8 राज्यों के सैकड़ों छात्र वहां फंसे हुए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच आपसी तनाव युद्ध में तब्दील हो चुका है। अब देखना होगा कि यह युद्ध कितने दिन और जारी रहेगा और यूएन इस मामले में क्या कार्रवाई अपने स्तर से करता है। वहीं, रूस के राष्ट्रपति पुतिन पहले ही दोनों देशों के बीच आने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दे चुके हैं।