एक तो चोरी ऊपर से दादागिरी-सिनाजोरी…तस्करों ने वन दारोगा और कर्मियों को पीटा

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जमानत से छूटते ही तस्करों ने वन दारोगा और कर्मियों के साथ की मारपीट, तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

नैनीताल, ब्यूरो। इसे एक तो चोरी ऊपर से सिनाजोरी और दादागिरी ही कहेंगे। एक कहावत शायद आपने सुनी होगी…एक तो चोरी ऊपर से सिनाजोरी। तीन जंगल तस्करों ने कुछ इसी अंदाज में एक वन दारोगा और अन्य कर्मचारियों से दादागिरी दिखाते हुए मारपीट कर दी। ये तीनो आरोपी विगत शुक्रवार को ही जंगल से जंगली जानवर के मांस की तस्करी करने के आरोपी में कोर्ट की जमानत पर रिहा हुए थे। इन तस्करों की एक गाड़ी वन विभाग ने सीज कर दी थी। इस वाहन को बिना कोर्ट आदेश छुड़ाने कीर जोर-जबर्दस्ती शुरू कर दी। विरोध करने पर वन विश्राम गृह के बाहर वन दारोगा और अन्य कार्मिकों के साथ मारपीट की गई। मामला रेगुलर पुलिस में जाने के बाद तीन आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

दरअसल, बीते साल अप्रैल माह में नैना वन रेंज में श्रेणी एक में शामिल वन्यजीव सराव के मांस के साथ वन विभाग ने सात लोगों को पकड़ा था। मामले में एक मारुति सुजुकी टैक्सी वाहन भी सीज किया गया था। वन क्षेत्राधिकारी ममता चंद ने तहरीर देकर कहा है कि मामले में पकड़े गए तीन आरोपी जो जमानत पर छूटे हैं, वह शुक्रवार शाम वन रेंज स्थित वन विश्राम भवन पहुंच गए। जहां वह विभाग द्वारा कब्जे में लिए गए वाहन को बिना कोर्ट आदेश, जुर्माना और अनुमति के जबरन छोड़ने की बात करने लगे। जब इन आरोपियों से कोर्ट का आॅर्डर दिखाने की बात कही तो तीनों अनावश्यक दबाव बनाने लगे। विरोध करने पर वन दारोगा और अन्य कर्मियों के साथ मारपीट कर की। इसके अलावा राजकीय कार्य में भी बाधा डाली। कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फरार हो गए। कोतवाल प्रीतम सिंह ने बताया कि आरोपी बगड़ मल्ला निवासी राहुल, जगदीश जोशी और जून स्टेट भीमताल निवासी प्रमोद कुमार के खिलाफ आइपीसी की धारा 323, 332 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। तीनों आरोपियों को 141क का नोटिस भेजा गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।