DEVBHOOMI NEWS DESK: उत्तराखंड के जंगलों की आग के मुद्दे ने अब बड़े स्तर पर चर्चाओं का बाजार गरम कर दिया है। (SUPREME COURT ON UK FOREST FIRE) जंगलों की आग के मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार बारिश या क्लाउड सीडिंग के भरोसे हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रह सकती है। इस मामले में सरकार को कुछ कारगर उपाय करना होगा। कोर्ट ने आगे कहा कि इस मामले में केंद्रीय उच्चाधिकार समिति को किस तरह से शामिल किया जाये इस पर सोचा जाएगा। मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 15 मई को अगली सुनवाई होगी।
SUPREME COURT ON UK FOREST FIRE: याचिककर्ता ने की कार्यवाई की मांग
याचिककर्ता के वकील के अनुसार जंगलो की आग को लेकर दो साल पहले एनजीटी में भी याचिका लगाई थी। सरकार के द्वारा कार्यवाई न करने पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई थी। वकील ने आग लगने की बढ़ रही घटनाओं पर चिंता जताते हुए इन्हें जल्दी से नियंत्रित करने के लिए सरकार को निर्देशित करने की मांग की थी।
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SUPREME COURT ON UK FOREST FIRE: सरकार ने क्या कहा?
सुनवाई के दौरान सरकार ने बताया कि राज्य में अभी तक जंगलों में आग के 350 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 62 लोगों को नामजद अपराधियों पर कार्यवाई की गई है। इसके अलावा 298 अज्ञात लोगों की पहचान की कोशिश जारी है। आग की वजह से 1,145 हेक्टेयर जंगल खाक हो चुके हैं। आग बुझाने की तमाम कोशिशें की जा रही हैं। कई क्षेत्रों में एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर भी आग बुझाने में लगे हुए हैं।