एनएच के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने के दिए निर्देश, रुद्रप्रयाग और चमोली जनपद में नहीं हो पा रही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति
रुद्रप्रयाग (नरेश भट्ट): लगातार हो रही बारिश के कारण बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ डेंजर जोन एक बार फिर से सक्रिय हो है। आज सुबह तक भी सिरोबगड़ में बदरीनाथ हाईवे नहीं खुल पाया है। बदरीनाथ राजमार्ग के बंद होने से भारी वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है, जबकि हल्के वाहनों की आवाजाही डुंगरीपंथ-खांखरा मोटरमार्ग से की जा रही है। भारी वाहनों की आवाजाही नहीं होने से रुद्रप्रयाग एवं चमोली जिले में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। यहां पहाड़ी से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहा है।
अभी भी नहीं खुल पाया सिरोबगड़ में बदरीनाथ एनएच, जगह-जगह फंसीं यात्रियों से भरी बसें
बता दें कि लगातार बारिश के कारण बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन का सिलसिला जारी है। बारिश और भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ हाईवे दो दिनों से रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर सिरोबगड़ में बंद है। यहां पर पहाड़ी से लगातार बोल्डर और मलबा गिर रहा है। जिस कारण हाईवे को खोलने में दिक्कतें आ रही हैं। फिलहाल हल्के वाहनों को डुंगरीपंथ-खांखरा वैकल्पिक मार्ग से भेजा जा रहा है, जबकि भारी वाहन राजमार्ग के दोनों ओर फंसे हुए हैं। इनमें यात्रियों की बसे भी फंसे हुई हैं, जो राजमार्ग के खुलने का इंतजार कर रही हैं।
बदरीनाथ हाईवे दो दिनों से बंद होने के कारण रुद्रप्रयाग एवं चमोली जनपद में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी ठप पड़ गई है। पिछले एक दशक से सिरोबगड़ डेंजर जोन का स्थाई ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है। इसके ठीक सामने आॅल वेदर परियोजना के तहत पपड़ासू बाईपास का निर्माण कार्य चल रहा है, जो तीन साल से जारी है। बाईपास निर्माण में तीन पुलों का भी निर्माण होना है, जिनमें एक पुल का आधा काम हुआ है, जबकि दो पुलों की सिर्फ नींव ही रखी गई है। बाईपास का निर्माण धीमी गति से चल रहा है। अगर यह कार्य जल्द पूरा किया जाए तो सिरोबगड़ का स्थायी समाधान हो जायेगा, लेकिन लगता नहीं कि यह कार्य अभी तीन से चार सालों के भीतर हो पायेगा। सिरोबगड़ डेंजर एनएच विभाग के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है। मलबा साफ करने में करोड़ों रूपए खर्च किये जा रहे हैं, जिससे विभागीय अभियंताओं और ठेकेदार की मौज पड़ी है। भारी बारिश के चलते दो दिनों से सिरोबगड़ में बंद पड़े राष्ट्रीय राजमार्ग को खुलवाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल ने मौके का मुआयना कर एनएच के अधिकारियों एवं ठेकेदारों को युद्ध स्तर पर कार्य कर यातायात को सुचारू करने के निर्देश दिए।