Shakuni got Heaven: मृत्यु के बाद शकुनि को स्वर्ग क्यों मिला?

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Why Shakuni got Heaven after Death 

आपको ये तो मालूम ही होगा कि इंसान के कर्मों के आधार पर उसे नर्क या फिर स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है मगर क्या आपको मालूम है कि जिस शकुनि ने अपने जीवन काल में केवल पाप ही पाप किए थे उसे नर्क नही बल्कि स्वर्ग लोक की प्राप्ति हुई थी, जो पापी अपनी ही बहन के बच्चों की हत्या का कारण बना हो उसे कैसे स्वर्ग लोक की प्राप्ति हो सकती है, जिसके षड्यंत्रों ने महाभारत की रचना की उसे कैसे भला स्वर्ग लोक की प्राप्ति हो सकती है। तो चलिए आपको बताते हैं शकुनि का स्वर्गलोक जाने के पीछे का असल कारण।

गांधारी की कुंडली में दोष

गांधारी, Shakuni got heaven

शकुनि (Shakuni got Heaven) गांधार के राजा सुबल के बेटे थे। शकुनि की एक बहन भी थी जिसका नाम था गांधारी। एक बार राजा सुबल ने गांधार में एक बड़ा यज्ञ रखवाया जिसमें कई बड़े बड़े ऋषि मुनि पधारे। तभी यज्ञ में मौजूद एक ऋषि ने राजा सुबल को गांधारी के बारे में एक ऐसी बात बताई जिसे सुनकर राजा सुबल अपनी पुत्रि को लेकर चिंतित हो उठे। ऋषि मुनि ने राजा सुबल को बताया कि उनकी पुत्रि गांधारी की कुंडली में एक दोष है और वो ये है कि जैसे ही गांधारी का विवाह होगा उसके पति की मृत्यु हो जाएगी।

अब इस बात से चिंतित राजा सुबल ने एक उपाय निकाला। राजा सुबल ने अपनी पुत्री गांधारी का विवाह एक बकरे से करा दिया और विवाह के पश्चात उस बकरे को मार दिया गया। ऐसे में गांधारी की कुंडली से वो दोष हट गया।

ध्रितराष्ट्र से गांधारी का विवाह

इसके बाद हस्तिनापुर के राजा ध्रितराष्ट्र का विवाह प्रस्ताव गांधारी के लिए आता है और गांधारी का विवाह ध्रितराष्ट्र से हो जाता है। शादी के तुरंत बाद ही गांधारी अपनी आखों में पट्टी बांध देती है। मगर वो ऐसा क्यों करती है। जिनको नही मालूम उनको बता दें कि ध्रितराष्ट्र अंधे थे जिसके कारण गांधारी अपना पतिव्रता धर्म निभाते हुए अपनी आखों पर भी सदैव के लिए पट्टी बांध देती है और अपना पूरा जीवन अंधकार में ही बिताती है।

गांधारी ने क्यों बांधी हमेशा के लिए अपनी आखों पर पट्टी

गांधारी और राजा ध्रितराष्ट्र का विवाह

गांधारी दिखने में बेहद खूबसूरत थी और सबसे ज्यादा खूबसूरत तो गांधारी की आखें थी और उन्हीं को गांधारी ने हमेशा हमेशा के लिए अंधकार में ढकेल दिया। ये बात शकुनि (Shakuni got Heaven) को बिलकुल रास न आई मगर बहन के निर्णय के आगे शकुनी कुछ न कर पाया। सब कुछ ठीक चल रहा था, मगर तभी ध्रितराष्ट्र ने गांधारी के पूरे परिवार को काल कोठरी में बंदी बना दिया और सज़ा के तौर पर पूरे परिवार को दिन में केवल एक मुठ्ठी अनाज ही दिया जाता। मगर ध्रितराष्ट्र ने ऐसा क्यों किया।

ध्रितराष्ट्र ने गांधार के राज परिवार को बनाया बंदी

दरअसल ध्रितराष्ट्र को ये ज्ञात हो चला था कि उसकी पत्नि गांधारी का उससे पहले भी एक बार विवाह हो चुका है। ध्रितराष्ट्र को इस विश्वासघात से इतना क्रोध आया कि उसने गांधार के सम्पूर्ण राज परिवार को बंदी बना डाला और उन्हें एक दिन का खाना केवल एक मुठ्ठी अनाज ही दिया जाता जो कि एक व्यक्ति के लिए भी पूरा न था, हां मगर उस एक मुठ्ठी अनाज से किसी एक व्यक्ति की जान ज़रूर बच सकती थी।

ध्रितराष्ट्र का अत्याचार

अब राजा सुबल ने ये तय किया कि जो एक दिन का अनाज आ रहा है उसे किसी एक व्यक्ति को ही खाने को दिया जाएगा ताकी उसके वंश से कोई एक तो जीवित बच सके। मगर वो इस अनाज को देने के लिए किसे चुने। इसके लिए राजा सुबल ने बंदीगृह में मौजूद उसके पूरे परिवार को एक कार्य सौंपा। राजा सुबल ने अपने परिवार को एक हड्डी दी और एक धागा दिया और एक एक कर सभी को बोला की इस धागे को बिना छुए एक छोर से दूसरे छोर तक लेकर जाओ। इस कार्य में सभी विफल रहे मगर शकुनि ने ये कर दिखाया।

शकुनि की बुद्धिमता ने दिया उसे जीवन दान

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शकुनी (Shakuni got Heaven) ने धागे के एक छोर पर अनाज का एक दाना बांधा और दूसरी ओर एक चींटी और धागे के बीचों बीच हड्डी को रख दिया जिसके बाद चींटी अन्न के दाने को खाने के लिए हड्डी को पार करते हुए धागे के दूसरे छोर पर पहुंच गई। ऐसा कर शकुनी (Shakuni got Heaven) ने अपनी बुद्धिमत्ता को दर्शाया और राजा सुबल को ये समझ आ गया कि केवल शकुनी (Shakuni got Heaven) ही उनके परिवार का ये बदला ध्रितराष्ट्र से ले सकता है।

राजा सुबल की आखिरी इच्छा

इसके बाद राजा सुबल ने अपने अंतिम समय पर ध्रितराष्ट्र के सामने अपनी आखिरी इच्छा रखते हुए बेटे शकुनी को रिहा करने का निवेदन किया। जिसके बाद ध्रितराष्ट्र ने भी शकुनी को रिहा कर दिया। बस यही ध्रितराष्ट्र की सबसे बड़ी गलती थी जिसके बाद शकुनी (Shakuni got Heaven) कौरवों का विनाश करता चला गया और फिर महाभारत के युद्ध के बाद कौरवों का नामोनिशान मिट गया।

Shakuni got Heaven: इतने पाप करने के बाद भी शकुनी को क्यों हुई थी स्वर्ग लोक की प्राप्ति?

अब आप सभी के मन में ये चल रहा होगा कि शकुनी (Shakuni got Heaven) ने अपनी ही बहन के परिवार को तबाह कर डाला तो फिर क्यों और कैसे उसे स्वर्ग लोक की प्राप्ति हुई। दरअसल शकुनी ने जो कुछ भी किया वो उसने अपने परिवार का बदला लेने के लिए किया। उसने (Shakuni got Heaven) ये बुरे कर्म अपने परिवार के साथ हुए अन्याय का प्रतिशोध लेने के लिए किए और इसी कारण मृत्यु के पश्चात शकुनी (Shakuni got Heaven) को स्वर्ग लोक की प्राप्ति हुई।

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