/ Nov 26, 2024
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GUT HEALTH जिसे आंत स्वास्थ्य के नाम से भी जाना जाता है, हमारे शरीर के समग्र स्वास्थ्य और कार्यप्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल भोजन पचाने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने का कार्य करता है, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली, हार्मोन उत्पादन और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालता है। गट के अंदर लाखों सूक्ष्मजीव (माइक्रोबायोम) मौजूद होते हैं, जो इसे सुचारू रूप से चलाने में सहायक होते हैं। इन सूक्ष्मजीवों का सही संतुलन ही गट हेल्थ का आधार है।
एक स्वस्थ गट का मतलब है कि शरीर भोजन को आसानी से पचा सके, अपशिष्ट पदार्थों को समय पर बाहर निकाल सके और हानिकारक बैक्टीरिया को नियंत्रित कर सके। गट में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का संतुलन बना रहना बेहद जरूरी है। जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो इसके दुष्प्रभाव पूरे शरीर पर दिखाई देते हैं। पेट दर्द, गैस, सूजन, अपच और दस्त जैसी समस्याएं गट हेल्थ बिगड़ने के प्राथमिक संकेत हो सकते हैं। लेकिन इसके प्रभाव यहीं तक सीमित नहीं रहते। खराब गट हेल्थ त्वचा रोग, थकान, एलर्जी, और यहां तक कि मानसिक समस्याओं जैसे तनाव और डिप्रेशन का कारण बन सकती है।
आधुनिक जीवनशैली, जिसमें फास्ट फूड का बढ़ता चलन, अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन, तनावपूर्ण दिनचर्या, नींद की कमी और शारीरिक गतिविधि की कमी शामिल है, गट हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसके अलावा, एंटीबायोटिक दवाओं का अत्यधिक उपयोग गट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है, जिससे आंतों का संतुलन बिगड़ जाता है। यह स्थिति लंबे समय में आंतों की परत को कमजोर कर सकती है, जिसे “लीकी गट सिंड्रोम” कहा जाता है। इसमें आंतों की दीवार से हानिकारक पदार्थ रक्त प्रवाह में प्रवेश कर जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं।
गट हेल्थ को सुधारने और बनाए रखने के लिए आहार और जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा सकते हैं। फाइबर युक्त भोजन, जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और बीज, आंतों को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। ये खाद्य पदार्थ गट में अच्छे बैक्टीरिया के लिए भोजन का काम करते हैं और पाचन को सुचारू बनाते हैं। प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे दही, छाछ, किमची और सौकरौट, गट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, प्रीबायोटिक्स, जैसे लहसुन, प्याज और केला, अच्छे बैक्टीरिया के विकास के लिए पोषण प्रदान करते हैं।
पर्याप्त पानी का सेवन गट को हाइड्रेटेड रखने के लिए आवश्यक है। पानी गट में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायक होता है। नियमित व्यायाम, जैसे योग और पैदल चलना, न केवल पाचन को सुधारते हैं बल्कि गट माइक्रोबायोम के संतुलन को भी बनाए रखते हैं। तनाव को नियंत्रित करना और पर्याप्त नींद लेना भी गट हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि मानसिक तनाव गट के कार्य पर सीधा प्रभाव डालता है।
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आधुनिक विज्ञान ने यह भी साबित किया है कि गट और मस्तिष्क के बीच एक गहरा संबंध होता है, जिसे “गट-ब्रेन एक्सिस” कहा जाता है। गट में उत्पन्न हार्मोन, जैसे सेरोटोनिन, मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। अगर गट स्वस्थ है, तो मानसिक स्थिति भी संतुलित रहती है। इसलिए, GUT HEALTH को अनदेखा करना स्वास्थ्य के लिए गंभीर परिणाम दे सकता है। गट हेल्थ को प्राथमिकता देकर न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है। स्वस्थ गट ही स्वस्थ जीवन का आधार है, और इसे बनाए रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।
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