सीएम धामी से मिले सीडीएस बिपिन रावत के भाई, जानें चुनाव को लेकर क्या बोले?

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दिवंगत सीडीएस बिपिन के भाई कर्नल विजय रावत से मिले सीएम धामी, भाजपा में हो सकते शामिल

भाजपा कहेगी तो मैं उत्तराखंड से चुनाव लड़ूंगा: कर्नल विजय

देहरादून/नई दिल्ली, ब्यूरो। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले हर पार्टी इस सैन्य बहुल्य पहाड़ी प्रदेश की नब्ज टटोटलने में लगे हैं। दिवंगत बिपिन रावत रहते तो शायद कुछ और ही बात होती, लेकिन अब भाजपा उनके भाई के बहाने ही सही सैनिकों को लुभाने के लिए उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करवा सकती है। सीएम धामी और उनके भाई विजय रावत की मुलाकात कुछ इसी ओर इशारा कर रही है। वैसे भी चुनावी मौसम है। कोई किसी से कैसे और क्यों मिल रहा है इसके भी बड़े-बड़े कयास बना दिए जा रहे हैं। कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही दल इस समय सतर्क हैं और चुनाव का गुणाभाग करने में जुटे हुए हैं।

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बुधवार को हुई इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। यह संभावना जताई जा रही है कि विजय रावत जल्द भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस दौरान विजय रावत ने कहा भी कि हमारे परिवार की विचारधारा बीजेपी से मिलती है। मैं बीजेपी के लिए काम करना चाहता हूं। अगर बीजेपी कहेगी तो मैं चुनाव भी लड़ूंगा। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज विजय रावत से भेंट की। बिपिन रावत व उनके परिवार द्वारा की गई राष्ट्रसेवा को हमारा नमन है। मैं सदैव उनके सपनों के अनुरूप उत्तराखंड बनाने के लिए कार्य करता रहूंगा।

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यह भी संभावना जताई जा रही है कि बिपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत (सेवानिवृत्त) जल्द भाजपा में शामिल होंगे। दूसरी ओर कर्नल विजय रावत ने कहा है कि अगर बीजेपी कहेगी तो मैं चुनाव भी लड़ूंगा। दिवंगत जनरल बिपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत (सेवानिवृत्त) ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दिल्ली में मुलाकात की। आपको बता दें कि अगले महीने 14 फरवरी को उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। वहीं, इसके बाद विधानसभा चुनाव के परिणाम 10 मार्च को आने हैं। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत समेत अन्य 12 अन्य लोगों का आठ दिसंबर 2021 को कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। वह जनता के जनरल थे। पूरा देश उनके निधन पर स्तब्ध था। ऐसे में भाजपा कहीं न कहीं वोट बैंक को देखते हुए उनके भाई को पार्टी में शामिल कर एक बड़े वर्ग को पार्टी की ओर करने की रणनीति भी अपना रही है। सीएम धामी और दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत की मुलाकात कुछ इसी ओर इशारा कर रहे हैं।