सड़क निर्माण, बिजली और फल उत्पादन में उत्तराखंड आगे, फिर भी हिमाचल क्यों है नजीर

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देहरादून, ब्यूरो :  उत्तराखंड और हिमाचल दोनों की भौगोलिक परिस्थितियां लगभग एक जैसी हैं। लेकिन हमेशा से ही उत्तराखंड के आगे हिमाचल को आर्दश मॉडल माना जाता है। यह माना जाता है कि विकास की गति में हिमाचल उत्तराखंड से आगे है। लेकिन ऐसा हर क्षेत्र में नहीं है। इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि उत्तराखंड की तस्वीर बदल रही है, जिससे साफ लगता है कि उत्तराखंड कई मामलों में हिमाचल से आगे है। हां कुछ ऐसी मूलभूत सुविधाओं के क्षेत्र में हिमाचल हम से आगे है।

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1 नवंबर 1966 को पंजाब प्रदेश का पहाड़ी क्षेत्र को अलग कर के नये प्रदेश हिमाचल का गठन किया गया। जबकि उत्तराखंड 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग होकर नया प्रदेश बना था। अगर हम भौगोलिक क्षेत्र की तुलना करें तो उत्तराखंड, हिमाचल से बड़ा प्रदेश है।उत्तराखंड का क्षेत्रफल 3811662 हेक्टेयर है तो हिमाचल का क्षेत्रफल 3794776 हेक्टेयर है। उत्तराखंड में 71.27 फिसदी वन क्षेत्र है तो हिमाचल में 68.16 फिसदी वन क्षेत्र है। उत्तराखंड में 13 जिले, 110 तहसीलें और 95 ब्लॉक हैं। वहीं हिमाचल में 12 जिले, 106 तहसीलें और 80 ब्लॉक हैं। सांख्यिकी विभाग की एक तुलनात्मक रिपोर्ट पर नजर डाले तो कुछ मामलों में उत्तराखंड प्रदेश, हिमाचल प्रदेश से आगे निकल गया गया। उत्तराखंड राज्य मोटर मार्गों के निर्माण, बिजली उत्पादन, फलों के उत्पादन और पर्यटकों को लुभाने के मामले में हिमाचल से आगे है। अवस्थापना विकास की बात करें तो इसमें उत्तराखंड लगातार तरक्की कर रहा है। उत्तराखंड में 47292 किलो मीटर मोटर मार्ग  हैं तो हिमाचल में 38454 किलो मीटर लंबे मोटर मार्ग हैं। बिजली उत्पादन की बात करें तो उत्तराखंड में 4665.08 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होता है तो हिमाचल मं 2063.48 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। बिलजी खपत के मामले में भी उत्तराखंड हिमालच प्रदेश से आगे ही है। उत्तराखंड में 11618 मिलियन यूनिट तो हिमाचल में 9014 मिलियन यूनिट बिजली की खपत होती है। इसमें उत्तराखंड में बिजली उत्पादन का बड़ा हिस्सा केंद्र सरकार के पास चला जाता है। ऐसे ही पर्यटन के क्षेत्र में भी उत्तराखंड हिमाचल से आगे है। लेकिन विदेशों से आने वाले पर्यटक हिमाचल ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सिचाईं के साधन की बात करें तो उसमें भी उत्तराखंड हिमाचल से आगे  है। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में 664655 मीट्रिक न फल उत्पादन होता है तो हिमाचल में 495362 मीट्रिक टन फल उत्पादन आंका गया है। ऐसे  ही यहां प्रति हेक्टेयर 23.8 कुंतल खाद्यान तो हिमाचल में 20.61 कुंतल आंका गया है।

अब बात करते हैं उन क्षेत्रों का जहां हिमाचल उत्तराखंड से कई आगे है, ये क्षेत्र हैं स्वास्थ्य और शिक्षा। पहले स्वास्थ्य की बात करते हैं हिमाचल में 586 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं तो उत्तराखंड में 259 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो हिमाचल में 94 तो उत्तराखंड में 85 सीएचसी है। शिशु मृत्यु दर की बात करें तो हिमाचल में प्रति हजार में 22 है तो उत्तराखंड में 27। ऐसे ही हिमाचल में जन्मदर 15.8 तो उत्तराखंड में 17.3 फिसदी है। राजस्व प्राप्ति के मामले  भी हिमाचल अभी बेहतर स्थिति में है। वहीं प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो उत्तराखंड में 1987738  तो हिमाचल मं 176968 प्रति व्यक्ति आंकी गई है। शिक्षा के क्षेत्र की बात करें तो शिक्षा के क्षेत्र में सीनियर और बेसिक शिक्षा में उत्तराखंड की स्थिति हिमाचल से अच्छी है लेकिन प्राइमरी में हिमाचल की स्थिति उत्तराखंड से अच्छी है। हिमाचल में प्राइमरी शिक्षा में 13 छात्रों पर एक शिक्षक है तो उत्तराखंड में 17 छात्रों पर एक शिक्षक है।