Antarctica में एक ग्लेशियर से बह रहा खून का झरना, वैज्ञानिकों को ग्लेशियर के नीचे जिंदगी पनपने की आशंका
Antarctica में एक ग्लेशियर से खून निकाल रहा है और इस लाल रंग के रहस्यमयी बहाव [खून] से वैज्ञानिक बहुत हैरान और परेशान हैं। उनके अनुसार ये खून बताता है कि इस ग्लेशियर के काफी नीचे जिंदगी पनप रही है। ग्लेशियर का यह खून नमकीन सीवेज है, जो एक बहुत पुराने इकोसिस्टम का हिस्सा है। इस ग्लेशियर का नाम टेलर ग्लेशियर है और यह पूर्वी अंटार्कटिका के विक्टोरिया लैंड पर है। यहां पर जाने और शोध करने वाले बहादुर वैज्ञानिकों को यह नजारा बहुत हैरान और परेशान कर रहा है।
Antarctica में स्थित टेलर ग्लेशियर बेहद रहस्यमयी, एलियन की मौजूदगी होने की आशंका
Antarctica टेलर ग्लेशियर के नीचे एक अत्यधिक प्राचीन जगह है। ऐसा माना जाता है कि वहां पर जीवन मौजूद है। धरती की तरह ग्लेशियर पर एलियन की मौजूदगी की तरह, यानि ग्लेशियर के नीचे जीवन पनप रहा है। जिन वैज्ञानिकों ने इस खून के झरने को नजदीक जाकर देखा है और नमूना लिया है वो बता रहे हैं कि इसका स्वाद नमकीन है जैसे खून में होता है। लेकिन यह इलाका किसी नरक से कम नहीं है और यहां जाना मतलब जान खतरे में डालना।
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जब Antarctica में स्थित इस खून के झरने के पानी की जांच प्रयोगशाला में की गयी तो पता चला कि इसमें सबग्लेशयल इकोसिस्टम के बैक्टीरिया हैं जिनके बारे में किसी को पता नहीं है। ये ऐसी जगह है जहां पर ऑक्सिजन है ही नहीं। इस जगह का तापमान दिन में माईनस 7 डिग्री सेलसियस रहता है। यानि की खून का झरना अत्यधिक ठंडा है और ज्यादा नमक होने की वजह से यह बहता रहता है नहीं तो तुरंत जम जाता।
वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं समझ पाये कि खून के झरने को अंदर से कौन प्रेशर दे रहा है,जिसकी वजह से यह ग्लेशियर से बाहर निकल रहा है। खून का स्त्रोत ग्लेशियर के नीचे लाखों सालों से दबा हुआ है ऐसा वैज्ञानिकों का कहना है।
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