राष्ट्रपति मूर्मू को आनंद महिंद्रा ने किया सलाम, ट्वीट कर कही ये बात

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नई दिल्ली :  द्रौपदी मुर्मू भारत की वर्तमान और 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं। इसके साथ ही वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं। इस मौके पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने एक ट्वीट शेयर किया है।
बिजनेस टाइकून आनंद महिंद्रा, जो अक्सर ट्वीट्स शेयर करते रहते हैं। उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को Monaday motivation यानी की सोमवार की प्रेणा के रूप में वर्णित किया है।
67 वर्षीय उद्योगपति ने कहा कि प्रेरणा लेने के लिए किसी को भी दूर जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अविश्वसनीय साहस और सेवा करने की इच्छा काबिले तारीफ है। उन्होंने मूर्मू की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी आंतरिक शक्ति ने उन्हें जीवन की सभी कठिनाइयों को दूर करने में मदद की है।

आपको बता दें कि मुर्मू के जीवन में कई परेशानियां थी। उनके एक बेटे की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जबकि दूसरे बेटे की भी 2012 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उनके पति की भी हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई थी।

आनंद महिंद्रा ने DD News के एक ट्वीट जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू को राष्ट्रपति के अंगरक्षक से राष्ट्रीय सलामी लेते हुए दिखाया गया है, को रीट्वीट किया है और इसके साथ ही उन्होंने एक कैप्शन लिखा है- अपने #MondayMotivation के लिए आगे न देखें। सबसे ऊपर, वह असाधारण साहस और सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी आंतरिक शक्ति ने उन्हें उन सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया है जो उन्हें जीवन ने दी हैं। मैं उन्हें सलाम करता हूं। ये भारत के लिए गौरव का क्षण है।

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द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 June 1958 को ओड़िशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में एक संथाल परिवार में हुआ था। उन्होंने 1979 में भुवनेश्वर के रमादेवी महिला कॉलेज से ग्रेजुएशन किया । उनके पिता का नाम बिरंचि नारायण टुडु था।

द्रौपदी मुर्मू ने एक अध्यापिका के रूप में अपना व्यावसायिक जीवन आरम्भ किया। उसके बाद वो धीरे-धीरे राजनीति में आ गयीं।द्रौपदी मुर्मू ने साल 1997 में राइ रंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव में जीत दर्ज कर अपने राजनीतिक जीवन का आरंभ किया था।
उन्होंने भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। साथ ही वह भाजपा की आदिवासी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी रहीं है।द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले की रायरंगपुर सीट से 2000 और 2009 में भाजपा के टिकट पर दो बार जीती और विधायक बनीं। ओडिशा में नवीन पटनायक के बीजू जनता दल और भाजपा गठबंधन की सरकार में द्रौपदी मुर्मू को 2000 और 2004 के बीच वाणिज्य, परिवहन और बाद में मत्स्य और पशु संसाधन विभाग में मंत्री बनाया गया था।
द्रौपदी मुर्मू मई 2015 में झारखंड की 9वीं राज्यपाल बनाई गई थीं। उन्होंने सैयद अहमद की जगह ली थी। झारखंड उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह ने द्रौपदी मुर्मू को राज्यपाल पद की शपथ दिलाई थी।
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनने का खिताब भी द्रौपदी मुर्मू के नाम रहा। साथ ही वह राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी भी हैं। द्रौपदी मूर्मू ने कल यानी 25 जुलाई को 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है।