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नवरात्रि के 9 दिन, माता के ये प्रिय 9 भोग लगाने से मिलेगा फल
DevbhoomiNews Desk
Saturday, 5 October, 2024 - 4:49 PM
NAVRATRI: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है, नवरात्रि पूरे भारत में बड़े उत्साह, आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस नौ दिवसीय पर्व को देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों को समर्पित किया जाता है, जिनमें हर दिन एक विशेष रूप की पूजा की जाती है। भक्त हर दिन मां को अलग-अलग भोग अर्पित करते हैं। आइए जानते हैं माँ दुर्गा के 9 दिनों के लिए 9 प्रिय भोग-
NAVRATRI में लगाए मां दुर्गा को ये 9 भोग
नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और मां दुर्गा के पहले रूप, मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री मानी जाती हैं और उन्हें सफेद रंग पसंद है। इस दिन गाय के घी से बना हलवा, रबड़ी या मावे के लड्डू का भोग अर्पित किया जाता है, जो शुभ माना जाता है।
दूसरे दिन, मां के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। मां का प्रिय भोग शक्कर और पंचामृत है। इस दिन भक्त उपवास रखकर मां को यह भोग अर्पित करते हैं, जो उनकी कृपा को प्राप्त करने का माध्यम बनता है।
तीसरे दिन, मां चंद्रघंटा की उपासना होती है। मां चंद्रघंटा को दूध बहुत प्रिय है, इसलिए इस दिन दूध की बनी मिठाई और खीर का भोग अर्पित किया जाता है। दूध मां के लिए विशेष महत्वपूर्ण है और इससे उनकी कृपा प्राप्त होती है।
चौथे दिन, मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। इस दिन मां को मालपुए का भोग लगाया जाता है, जिसे मां बहुत पसंद करती हैं। भक्त इस भोग को खुद भी ग्रहण करते हैं और दूसरों को भी बांटते हैं।
नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की उपासना की जाती है। मां को फल विशेष रूप से पसंद हैं, और इस दिन केले का भोग अर्पित किया जाता है। यह फल न केवल ऊर्जा देता है, बल्कि शारीरिक रोगों से मुक्ति भी दिलाता है।
छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है। पुराणों के अनुसार, मां कात्यायनी को ऋषि पुत्री के रूप में जाना जाता है। उन्हें मीठे पान, लौकी या शहद का भोग अर्पित किया जाता है।
सातवें दिन, मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। ये दुष्टों का विनाश करने वाली मानी जाती हैं। मां कालरात्रि का रंग घने अंधेरे जैसा होता है, और उन्हें गुड़ बहुत प्रिय है। इसलिए गुड़ से बने प्रसाद का भोग अर्पित करना चाहिए।
अष्टमी के दिन, महागौरी की उपासना की जाती है। महागौरी, माता पार्वती का रूप मानी जाती हैं, और उन्हें नारियल बहुत प्रिय है। इस दिन भक्त मां को नारियल का गोला चढ़ाते हैं।
NAVRATRI के नौवे दिन, मां सिद्धदात्री की पूजा की जाती है। ये भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियां देने वाली मानी जाती हैं। इस दिन पूजा के बाद कन्या पूजन किया जाता है, जिसमें कन्याओं को चना मसाला या हलवा-पूड़ी और खीर का भोग अर्पित किया जाता है।