दीक्षांत समारोह में 13 पीएचडी और 29 स्नातक छात्र-छात्राएं सम्मानित

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13 पीएचडी, 29 स्नातक छात्र-छात्राओं को राज्यपाल ने दी डिग्री, उपाधि और गोल्ड मैडल

हरिद्वार, ब्यूरो। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में 9वां दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ले.ज.(सेवानिवृत) गुरमीत सिंह बतौर मुख्य अथिति पहुंचे। राज्यपाल ने 13 पीएचडी के छात्रों को डिग्री दी और स्नातक के 29 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल व उपाधि दे कर सम्मानित किया।

हरिद्वार के बादराबाद स्थित उत्तराखंड संस्कृति विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अथिति माननीय राज्यपाल ले.ज. ( सेवानिवृत ) गुरमीत सिंह पहुंचे। राज्यपाल, कुलपति एवं कुलसचिव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं, विश्वविद्यालय के छात्रों ने कुलगीत गा कर अतिथि और कार्यक्रम की उपस्तिथि का स्वागत किया। कुलपति ने अपने संस्कृत भाषा के संबोधन के साथ विश्वविद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डाला। माननीय राज्यपाल ने 13 पीएचडी के छात्रों को डिग्री दी और स्नातक के 29 छात्र – छात्राओं को गोल्ड मेडल व उपाधि दे कर सम्मानित किया।

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राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत एक ऐसा रहस्य है, जिससे पूरा ब्रह्मण को जाना जा सकता है। राज्यपाल ने संस्कृत कुलगीत की काफी तारीफ भी की। बताया कि संस्कृत एक ऐसी भाषा है जिसको कंठस्त किया जाता है। संस्कृत को याद करने की जरूरत नहीं पड़ती। राज्यपाल ने अपने जीवन में संस्कृत भाषा का अनुभव और महत्व भी संबोधन के दौरान साझा किया। राज्यपाल ने कहा कि 25 हजार साल प्राचीन विरासत संस्कृत का संरक्षण करना हम सबका दायित्व है। राज्यपाल ने कहा कि संस्कृत को जो महत्व मिलना चाहिए था, वह अभी तक नहीं मिल पाया है। संस्कृत भाषा को आसान बनाना होगा। राज्यपाल ने संस्कृत को अपने जीवनचर्य में प्रयोग करने की अपील भी की।