देहरादून ( सौरभ बिष्ट) : अगर आपने भी अपनी कमाई बैंक में रखी है, तो समय-समय पर उसे चेक भी करवाते रहें। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं ताकी आप भी किसी ठगी या धोखाधड़ी का शिकार न हो जाएं। क्योंकि हो सकता है कि जिस बैंक में आपने अपने पैसे सुरक्षित समझकर जमा करवाएं हैं, वहां के ही अधिकारी आपके साथ धोखा कर डालें। क्यों सुनकर आप भी हैरान हो न कि जिन पर आपने भरोसा किया है वही आप के साथ दगा भी कर सकते हैं। दरसअल देहरादून में व्यक्ति के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है।
पूरा मामला देहरादून में स्थिय सेंट्रल बैंक का है। जहां देहरादून निवासी के साथ करीब 30 लाख की ठगी हो गई। और ये ठगी बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से हुई है। मामले में सेंट्रल बैंक के तीन अधिकारियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता और उनकी मां का सेंट्रल बैंक में संयुक्त बैंक खाता था। लेकिन युवक की मां की अनुमति के बिना ही एसएमएस नंबर बदलकर खाते से तीस लाख रुपये निकाल दिये गए। मामले का पता चलते ही व्यक्ति के पैरे तले जमीन खिसक गई। फिर क्या था पीड़ित ने अपनी साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस से की, जिसका संज्ञान लेते हुए पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज किया। एसटीएफ ने मामले में कार्रवाई करते हुए एक बैंक प्रबंधक को दिल्ली और दो सहायक बैंक प्रबंधकों को देहरादून से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ का कहना है कि इस तरह की कोई और ठगी न हुई हो इसे लेकर भी जांच की जा रही है।
एसटीएफ प्रभारी ने जनता से की अपील
एसटीएफ प्रभारी उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि समय समय पर बैंक में भौतिक रुप से जाकर अपने खाते की जानकारी करते रहें। और लंबे समय तक अपने खाते को इनएक्टिव न रखें । और कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन और साईबर हेल्पलाईन 1930 पर सम्पर्क करें ।