UKSSSC पेपर लीक : विदेश से लौटा BJP जिपं सदस्य हाकम STF के कब्जे में, पूछताछ जारी; खुलेंगे बड़े राज?

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देहरादून, ब्यूरो। यूकेएसएसएससी (UKSSSC) भर्ती परीक्षा में रोज एसटीएफ गिरफ्तारियां कर नए-नए खुलासे कर रही है। एक दिन पहले भर्ती परीक्षा के दौरान थाईलैंड गए जखोल-सांकरी जनपद उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को एसटीएफ ने हिमाचल बाॅर्डर से इंटरसेप्ट कर लिया। इसके बाद देर रात ही पूछताछ के लिए हाकम सिंह रावत को देहरादून लाया गया। एसटीएफ हाकम सिंह रावत से पुख्ता सबूतों के साथ पूछताछ कर रही है। अब देखना होगा कि हाकम सिंह रावत से पुलिस क्या-क्या राज उगलवा पाती है। बता दें कि इस मामले में अभी तक 17 लोगों को एसटीएफ अरेस्ट कर चुकी है। इससे पहले हुई एक भर्ती परीक्षा में हाकम सिंह रावत के खिलाफ हरिद्वार जनपद में मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन एसआईटी ने पुख्ता सबूत न होने पर हाकम सिंह रावत का नाम मामले से हटाकर पूरे केस में ही एफआर लगाकर रफा-दफा कर दिया था। वहीं, इस बार मामले में सीएम का हस्तक्षेप होने के कारण एसटीएफ पुख्ता सबूतों के साथ हाकम सिंह रावत से गहन पूछताछ में जुटी है। वहीं, सूत्रों के अनुसार हाकम सिंह रावत ने नगीना और धामपुर में इस भर्ती परीक्षा से पहले ग्रामीण इलाके में एक मकान किराये में लिया था, जिसे परीक्षा के बाद छोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां पर करीब 20 अभ्यर्थियों को पेपर लीक करवाया गया।

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UKSSSC भर्ती घोटाला: BJP जिपं सदस्य हाकम STF के कब्जे में, पूछताछ जारी; खुलेंगे बड़े राज?

भर्ती परीक्षा में जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत का नाम चर्चाओं में तब आया जब मोरी क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ ही करीब 80 युवाओं का इस भर्ती परीक्षा में चयन हुआ है। इस बीच 25 जुलाई को ही हाकम सिंह रावत ने थाईलैंड के लिए टिकट बुक करवाई तो सभी को लगा कि वह भर्ती परीक्षा में पूछताछ से बचने के लिए विदेश भागा है। इस दौरान हाकम सिंह रावत ने हालांकि यह भी कहा था कि वह 10 अगस्त को इंडिया आ रहे हैं और एसटीएफ के सभी सवालों का जवाब देंगे। इतना ही नहीं जिला पंचायत सदस्य ने भर्ती परीक्षा मामले में उन्हें बदनाम करने वाले मीडिया हाउस और मीडिया कर्मियों पर केस करने की चेतावनी तक दे डाली थी। लेकिन, 12 अगस्त तक भी वह भारत तो आए पर पुलिस के सामने नहीं। इस बीच एक दिन पहले ही हाकम सिंह रावत को हिमाचल प्रदेश आराकोट उत्तरकाशी बाॅर्डर से इंटरसेप्ट कर लिया गया। देर रात ही हाकम सिंह रावत को एसटीएफ की टीम देहरादून ले आई।

बता दें कि जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत को लेकर यह चर्चा आम है कि हर भर्ती परीक्षा में उसका हस्तक्षेप रहा है। सचिवालय के कई अफसरों के साथ उसका उठना-बैठना है। भाजपा का नेता होने के कारण उसके कई राजनीतिक आकाओं तक भी इस मामले की आंच पहुंच सकती है। हालांकि सरकार भी भाजपा की ही है, लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की बजाय अब पुष्कर सिंह धामी हैं। भ्रष्टाचार पर सख्ती दिखा रही धामी सरकार इस मामले में किसी को भी न बख्शने की छूट एसटीएफ को दे चुकी है। लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि इस भर्ती में नकल करवाने वाले गिरोह के तार उत्तर प्रदेश से जुड़ रहे हैं। धामपुर में इस नकल गिरोह का सरगना बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस अभी छोटे कर्मचारियों और नेताओं को ही गिरफ्तार करने के साथ ही पूछताछ कर रही है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष रहे रिटायर्ड आईएएस एस. राजू ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद इसका खुलासा किया था, लेकिन पुलिस और प्रदेश सरकार इस बड़े नकल माफिया से मामले को लेकर कोई पूछताछ तो दूर वहां तक जांच की आंच शायद ही पहुंच पाए।