/ Sep 17, 2024
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रुद्रप्रयाग, ब्यूरो। उत्तराखंड में मानसून की दस्तक से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन कई हाईवे और लिंक रोड मलबे के कारण बंद हो गए हैं। बदरीनाथ हाईवे व्यासी के पास बंद पड़ा है। इसके अलावा सिरोबगड़ में भी पहाड़ी से मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे पड़ा है। भारी बारिश से जहां नदियां उफान पर हैं। वहीं, कई इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालयों से कट चुका है। मौसम विभाग ने पांच दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
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सिरोबगड़ और व्यासी में बदरीनाथ NH बंद, जगह-जगह फंसे यात्री और स्थानीय परेशान
बता दें कि देर रात रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हुई बारिश के कारण सिरोबगड़ के पास नेशनल हाईवे अवरुद्ध है। मार्ग खोलने के प्रयास सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के स्तर से जारी हैं। मौसम विभाग ने 5 दिन तक प्रदेश में भारी, हल्की और मध्यम बारिश का अनुमान लगाया गया है। जनपद में देर रात से हो रही भारी बारिश के चलते केदारनाथ और बदरीनाथ जाने वाले दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो चुके हैं। यातायात पूर्ण तरह से बाधित हो चुका है। गंतव्य तक जाने वाले सभी तीर्थयात्री और स्थानीय लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं।
देर रात से हो रही बारिश से ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग व्यासी के पास बंद पड़ा है। इससे हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। वहीं, दूसरी ओर सिरोबगड़ में लगातार पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिरने के कारण अवरुद्ध ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग हो चुका है। इससे एनएच के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। हल्के वाहन लूप लाइन से जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वहां भी कई स्थानों पर मलबा आने के कारण मार्ग खस्ता हालत में हैं। कई लिंक मार्ग बंद होने से जिला मुख्यालय का संपर्क कट चुका है। देर रात से हो रही बारिश के कारण नदी नाले तथा नदी किनारे बनाए गए नमामि गंगे घाट जलमग्न हो चुके हैं। केदारनाथ यात्रा की बात करें तो सोनप्रयाग से सुबह 8ः00 बजे तक 1000 यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया गया था।
दूसरी ओर केदारनाथ में हल्की बारिश के साथ कोहरा छाया हुआ है। जनपद में बारिश की बात करें तो तीनों विकास खंडों में सबसे ज्यादा बारिश ऊखीमठ में 88 एमएम जखोली में 41.25 एमएम, अगस्त्यमुनि में है 8.4 एमएम बारिश दर्ज की गई है। रुद्रप्रयाग संगम से लेकर अलकनंदा और मन्दाकिनी नदी के किनारे बनाए गए सभी घाट जलमग्न हो गए हैं। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सुरक्षा के दृष्टिगत इस क्षेत्र में वाहनो की आवाजाही रोकी गयी है। छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्ग खांकरा-छांतीखाल-श्रीनगर का प्रयोग करने को कहा गया है। चैकी प्रभारी जवाड़ी बाईपास द्वारा सीमावर्ती पुलिस चैकी कलियासौड़ (जनपद पौड़ी) से भी निरन्तर समन्वय स्थापित किया जा रहा है।
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