लगानी पड़ रही पत्थर की आंख, तीन दिन पहले सिपाही की आंख पर किया गया था हमला
हरिद्वार, ब्यूरो। तीन दिन पहले हरिद्वार में देर रात को गश्त के दौरान बदमाशों के हमले में घायल सिपाही की आंख नहीं बच पाई है। लगातार खून बहने के कारण डॉक्टरों को ऑपरेशन कर आंख निकालनी पड़ी। उत्तराखंड पुलिस के सिपाही के आंख गंवाने से परिजन दुखी और पुलिसकर्मियों ने अफसोस जताया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत समेत आला पुलिस अधिकारी लगातार घायल पुलिसकर्मी का हाल-चाल जान रहे हैं।
गुलेल से हमला कर बदमाशों ने फोड़ी सिपाही की आंख, परिजन और पुलिसकर्मी गम में
दरअसल, रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के शिवालिक नगर में तीन दिन पहले गश्त करने के दौरान चेतक पुलिसकर्मी प्रीतपाल और विजयपाल ने दो संदिग्ध युवकों को पकड़ लिया था। उसी दौरान उनके दो साथियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। गुलेल में पत्थर बांधकर हमला करने से प्रीतपाल की आंख में चोट लग गई थी। इस हमले में पुलिसकर्मी को अपनी आंख गवानी पड़ी है। एम्स ऋषिकेश में उपचार के दौरान चिकित्सकों ने पुलिसकर्मी की आंख बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन लगातार खून का रिसाव होने के चलते आंख निकालनी पड़ी है। इससे सिपाही के परिजनों के साथ-साथ पुलिस कर्मी भी गमजदा हैं। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि सिपाही का उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें जुटी हुई है। जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।