यहां दो नाबालिग सगी बहनों की हो रही थी शादी, ऐसे रोकी गई…

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विकासनगर/देहरादून, ब्यूरो। देहरादून की बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीपीडीओ) तरुणा चमोला ने दो नाबालिग सगी बहनों का बाल विवाह काउंसिलिंग और समझा-बुझाकर रुकवाया है। बाल विकास परियोजना अधिकारी को मंगलवार को इस संबंध में सूचना मिली कि विकासनगर तहसील के ढाकोवाला क्षेत्र में दो नाबालिग किशोरियों की शादी हो रही है। सीपीडीओ तरुणा चमोला ने नाबालिग किशोरियों के परिजनों को समझाया कि बाल विवाह करने पर क्या सजा होती है। ऐसे में परिजन मान गए और भविष्य में ऐसा न करने की कसम खाई। मौके पर बाल विकास विभाग की टीम ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि एक 15 और दूसरी 13 साल की सगी बहनों में से बड़ी की शादी 25 साल के जुडली धर्मावाला निवासी युवक से जबकि छोटी की शादी कुंजा निवासी 25 साल के ही युवक से करवाई जा रही है। आस-पास के लोगों ने बताया कि नाबालिगों का पिता शराब पीकर मारपीट करता है और बच्चों के पालन-पोषण में ध्यान नहीं दे रहा है इसलिए वह दोनों बेटियों की शादी करवा रहे थे।

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सीपीडीओ तरुणा चमोला ने परिवार को समझाया कि नाबालिग का विवाह अपराध की श्रेणी में आता है। सीडीपीओ ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया कि बच्चियों का पिता शराब पीकर मां और बच्चों की आए दिन पिटाई करता है। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से दोनों नाबालिग बच्चियों की शादी की जा रही है। इस दौरान बाल विकास विभाग की टीम ने बादामावाला, आदूवाला जुडली, कुंजा के ग्राम प्रधान से भी संपर्क किया। बाल विवाह से संबंधित तीनों परिवारों को सीडीपीओ कार्यालय बुलाकर काउंसिलिंग कर समझाया। परिवार ने लिखित रूप में आश्वासन दिया कि वह भविष्य में ऐसी गलती नहीं करेंगे। सीपीडीओ तरुणा चमोला की सक्रियता से दो नाबालिग बच्चियों की शादी होते-होते रूक गई।