Home धार्मिक कथाएं Rajasthan के इस मंदिर में रात को रुकने वाला हर इंसान क्यों...

Rajasthan के इस मंदिर में रात को रुकने वाला हर इंसान क्यों बनता है पत्थर?

0
Rajasthan

Rajasthan का रहस्यमयी मंदिर 

Rajasthan का एक ऐसा मंदिर जहां सूर्यास्त के बाद कोई नही ठहरता। मान्यता है कि यहां रात में रुकने से इंसान पत्थर बन जाता है। आखिर सच क्या है? इस रहस्य को लेकर अभी तक कोई पर्दा नही उठा पाया है।हम बात कर रहे हैं राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित किराडू मंदिर के बारे में। इस मंदिर को लोग राजस्थान का खुजराहो भी कहते हैं। इस मंदिर की निर्माण शैली दक्षिण भारत के मंदिरों जैसी है।

यूं तो भारत में लाखों मंदिर हैं जिनका अपना अलग ही महत्व है। कोई मंदिर अपनी अलग बनावट के लिए प्रसिद्ध हैं तो कोई अपने इतिहास।

लेकिन हमारे देश में ऐसे भी मंदिर हैं जो काफी रहस्यमयी हैं और अपने इन्हीं रहस्यों की वजह से दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। उन्हीं मंदिरों में से एक है बाड़मेर जिले में स्थित किराडू मंदिर। इस मंदिर को लेकर दावा किया जाता है कि यहां इंसान यदि रात को रुकता है तो वह पत्थर बन जाता है। इस मंदिर को लेकर एक कहानी काफी प्रचलित है।

Rajasthan
Rajasthan

Rajasthan के इस मंदिर की कहानी

जैसे जैसे सूरज डूबने लगता है ये जगह वैसे वैसे विरान होने लगती है, मान्यता है कि कई सालों पहले एक साधु अपने शिष्यों के साथ यहां आए थे। साधु बाहर घूमने लगे और सभी शिष्य मंदिर में ही थे, वहीं अचानक से एक शिष्य की तबियत खराब होने लगी, आनन फानन में जब शिष्यों ने गांव के लोगों से मदद की गुहार लगाई तो किसी ने उनकी मदद नहीं की। जब साधु वापस लौटे तो उन्होंने पूरी घटना साधु को बताई तो साधु इस बात को लेकर क्रोधित हो गए, उन्होंने फिर ग्रामिणों को श्राप दिया कि सूर्यास्त के बाद सभी गांव वाले पत्थर में तबदील हो जाएंगे।

Rajasthan

एक महिला ने की थी Rajasthan के इस मंदिर में  मदद

वहीं ये भी कहा जाता है कि एक महिला ने शिष्यों की मदद की थी इसिलिए साधु ने महिला से कहा था कि वो सूर्यास्त से पहले इस गांव को छोड़कर चली जाएं लेकिन उस महिला से ये भी कहा गया था कि गांव से जाते वक्त पीछे मुड़ कर न देखे लेकिन महिला ने वैसे ही किया और वो भी पत्थर में तब्दील हो गई।

Rajasthan

वहीं महिला की मूर्ति भी मंदिर के कुछ ही दूरी पर स्थित है। तो ये थी Rajasthan के इस रहस्यमयी  मंदिर की कहानी ।

ये भी पढे़ं : Saraswati Mata इस समय करती हैं मुंह में निवास

 

 

Exit mobile version