Home देश IAS Pooja Singhal के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी, मिले 25 करोड़

IAS Pooja Singhal के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी, मिले 25 करोड़

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Pooja Singhal IAS पूजा सिंघल आइएएस, झारखंड के यहां आज सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई चल रही है। उनके 20 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक उनके घर से 25 करोड़ रुपये नगद मिले हैं। जिसे मशीन से गिना जा रहा है। गढ़वा में कथित अवैध खनन मामले में पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी की यह कार्रवाई हो रही है। झारखंड कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल पर पहले ही झारखंड उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार ने उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शिकायत सौंपी है।

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ताजा जानकारी के मुतातबिक पूजा सिंघल के आवास से भारी मात्रा में नकदी (करीब 25 करोड़ रुपये) बरामद होने की बात सामने आई है। पैसे की गिनती के लिए ईडी को मशीन मंगानी पडी। पूजा सिंघल वर्तमान में खान और भूविज्ञान विभाग की सचिव और झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (जेएसएमडीसी) की प्रबंध निदेशक हैं।

झारखंड की वरिष्‍ठ आइएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक के आवास पर भी प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी चल रही है। आइएएस अधिकारी राहुल पुरवार से तलाक के बाद पूजा सिंघल ने अभिषेक से शादी की थी।अभिषेक के रांची के रातू रोड स्थित एक ठिकाने पर ईडी के अधिकारी जांच करने पहुंचे हैं। ईडी ने इनके घर से छापेमारी में कई दस्तावेज जब्‍त किए हैं। ईडी के अधिकारी पूजा सिंघल से जुड़े दस्‍तावेज की सघन जांच कर रहे हैं।

IAS Pooja Singhal के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी, मिले 25 करोड़

पहले से ही बदनाम रही हैं पूजा सिंघल

एक वाकया है। तब प्रदेश में रघुवर दास की सरकार थी। रघुवर दास अमूमन हर सप्ताह सूचना भवन में जनसंवाद का आयोजन करते थे। उस दरम्यान फरियादी सीधे आकर उनसे गुहार लगाता था। एक दिन एक फरियादी आया था धनबाद से। उसने बताया कि धनबाद मार्केटिंग बोर्ड में दुकान है उसकी। अधिकारी पैसे मांगता है। बताता है कि ऊपर तक जाता है पैसा। कोई मैडम हैं रांची में पूजा सिंघल पुरवार, उनको भी पैसा पहुंचाना पड़ता है। यह संयोग था कि पूजा सिंघल उस फरियादी के एकदम बगल में उस वक्त बैठी थीं। सिंघल उस समय कृषि विभाग की सचिव थी। जब उस बुर्जुग ने अपनी बातें रखी तो पूरा कक्ष ठहाके से गूंज उठा। थोड़ी देर के लिए रघुवर भी शांत हो गए। पूजा सिंघल फर्श पर इस कदर देख रही थी, मानों धरती फट जाए और वह उसमें समा जाए।

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