सर्विस वोटर्स के पोस्टल बैलेट कई सीटों पर बिगाड़ेंगे जीत का ‘बैलेंस’

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उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव मतगणना शुरू होने तक स्वीकार किए जाएंगे पोस्टल बैलेट

देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनाव के लिए एक दिन बाद मतगणना होनी है। विधानसभा के लिए मतदान जहां पिछले माह 14 फरवरी को हो चुका था वहीं, सर्विस वोटर के पोस्टल बैलेट मतगणना शुरू होने तक स्वीकार किए जाएंगे। ऐसे में ये वोट किसी भी प्रत्याशी के जीत के अंतर के साथ ही हार का आंकड़ा भी बढ़ा सकते हैं। कई दिनों से पोस्टल बैलेट को लेकर उत्तराखंड में राजनीति चरम पर रही है। एक सेना के जवान का वीडियो भी पूर्व सीएम हरीश रावत ने वायरल किया था और चुनाव आयोग से मामले में कार्रवाई की मांग की थी। वहीं, राज्य के 39343 सैन्य कर्मियों के पोस्टल बैलेट पहुंच चुके हैं।

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बता दें कि इस बार कई दिव्यांग और 80 साल से बुजुर्ग लोगों को भी पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करने की सुविधा चुनाव आयोग ने दी थी। राज्य की 70 विधानसभाओं में इस श्रेणी के 16858 मतदाताओं ने इस बार पोस्टल बैलेट से ही मतदान का फैसला किया। ऐसे में कहीं न कहीं हर एक सीट पर हार-जीत का बैलेंस ये वोटर्स बिगाड़ सकते हैं। कल अन्य वोटों की गणना से पहले सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट और साढ़े आठ बजे से ईवीएम मशीनों के वोटर्स की मतगणना शुरू हो जाएगी। सभी प्रत्याशियों की निगाहें कहीं न कहीं इन मतदाताओं के रुख पर टिकी हुई हैं।

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आपको बता दें कि वोटिंग के बाद से लेकर अभी तक भी मतगणना केंद्रों में पोस्टल बैलेट पहुंच रहे हैं। उत्तराखंड के विभिन्न सेवाओं में तैनात सर्विस वोटर्स के 39354 पोस्टल बैलेट मतदान केंद्रों तक पहुंच चुके हैं। ये पोस्टल बैलेट मतगणना के समय से ठीक पहले कल गुरुवार 10 मार्च सुबह आठ बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। वहीं, मतगणना शुरू होने के बाद आने वाले पोस्टल बैलेट स्वीकार नहीं किए जाएंगे। विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट के जरिये अभी तक 47004 मतदान कर्मी, पुलिस कर्मी और आवश्यक सेवाओं वाले कर्मी भी वोटिंग कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार प्रदेश में चुनावी ड्यूटी पर लगे 54996 सरकारी कर्मियों को पोस्टल बैलेट जारी किए गए थे। इनमें से अभी तक 85.46 प्रतिशत कार्मिक मतदान कर चुके हैं। सरकारी कर्मचारियों के वोट भी मतगणना से पहले तक स्वीकार किए जाएंगे।