मारपीट के बाद दून से पहाड़ शिफ्ट हुआ जल निगम का ये डिविजन, तराई में नई शाखा

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उत्तराखंड पेयजल निगम के नए खोले गए यांत्रिक मंडल और डिवीजन से हटाया देहरादून और हरिद्वार जनपद

देहरादून ब्यूरो। कुछ दिन पहले पेयजल निगम के इंजीनियरों में व्हाट्सएप चैट के बाद हुई मारपीट ने जोर पकड़ लिया है। मारपीट मामले के बाद उत्तराखंड पेयजल निगम में जल जीवन मिशन के तहत विद्युत एवं यांत्रिक के एक सर्किल और एक डिवीजन को आनन-फानन में देहरादून से पहाड़ में शिफ्ट किया गया है। विद्युत यांत्रिक का ये सर्किल अब पौड़ी और डिवीजन टिहरी से संचालित होगा। जबकि ऊधमसिंहनगर में विद्युत एवं यांत्रिक का नया डिवीजन खोला गया है। इस संबंध में प्रबंध निदेशक उदयराज सिंह ने आदेश जारी कर दिए हैं।

उधर, प्रबंध निदेशक ने स्थानांतरित विद्युत एवं यांत्रिक मंडल देहरादून में कार्यरत अधीक्षण अभियंता प्रवीण कुमार राय को पौड़ी, देहरादून डिवीजन में कार्यरत अधिशासी अभियंता जितेंद्र सिंह देव को नई टिहरी और मुख्यालय में तैनात अधिशासी अभियंता विशाल कुमार को स्थानांतरित करते हुए ऊधमसिंहनगर में शीघ्र कार्यालय स्थापित करने के निर्देश जारी किए हैं। इन दफ्तरों में स्टाफ की तैनाती के आदेश अलग से जारी करने को कहा गया है। इसके साथ ही कुछ अन्य अभियंताओं के कार्य दायित्व भी बदले गए हैं।

jal nigam uttarakhand

पेयजल निगम के एमडी उदयराज की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जल जीवन मिशन से संबंधित पंपिंग योजनाओं के कार्यों को सुचारु रुप से संपादित किए जाने के लिए अधीक्षण अभियंता यांत्रिक मंडल देहरादून के कार्यालय को तत्काल प्रभाव से पौड़ी में स्थानांतरित किया जाता है। ये यांत्रिक मंडल पौड़ी के साथ ही रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और उत्तरकाशी जिले के विद्युत एवं यांत्रिक से संबंधित सभी कार्यों का पर्यवेक्षण मुख्य अभियंता गढ़वाल (पौड़ी) के प्रशासनिक नियंत्रण में रहते हुए संपादित करेगा। यांत्रिक मंडल का कार्यालय मुख्य अभियंता (गढ़वाल) पौड़ी के परिसर में स्थापित होगा। बताया जा रहा है कि स्थानांतरण के बाद इन कार्यालयों में कार्यरत कार्मिकों को आस-पास के दफ्तरों में शिफ्ट किया जाएगा। नए कार्यालयों में जल्द नया स्टाफ स्थानांतरित किया जाएगा। ऐसे में इन कार्यालयों से जुड़े निर्माण कार्य प्रभावित हो सकते हैं। जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे 2024 तक पूरा किया जाना है। बताया जा रहा है कि ऐसे में विधिवत रूप से स्टाफ और कार्यालय स्थापित होने के बाद ही शफ्टिंग की कार्रवाई होती तो ज्यादा हितकर होता। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि कुछ समय पूर्व से कार्यालय शिफ्ट करने की कार्रवाई गतिमान थी।

जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि विद्युत यांत्रिक शाखा नई टिहरी, उत्तरकाशी और टिहरी जिले के साथ ही रुद्रप्रयाग के विद्युत यांत्रिक से संबंधित सभी कार्यों का संपादन अधीक्षण अभियंता यांत्रिक मंडल पौड़ी के प्रशासनिक नियंत्रण में करते हुए संपादित करेगा। यह कार्यालय नई टिहरी स्थित निर्माण शाखा परिसर में स्थापित होगा। जबकि जनपद उधमसिंहनगर के अंतर्गत विद्युत एवं यात्रिक संबंधी समस्त कार्यों के संपादन के लिए ऊधमसिंहनगर में यांत्रिक की नई शाखा स्थापित की गई है। यह कार्यालय निगम की निर्माण शाखा परिसर में स्थापित होगा।

इसके अलावा महाप्रबंधक भूजल एवं सर्वेक्षण प्रधान कार्यालय देहरादून को जनपद देहरादून एवं हरिद्वार के विद्युत एवं यांत्रिक संबंधी समस्त कार्य अतिरिक्त रुप से आवंटित किए हैं। यांत्रिक कार्यों का संपादन मुख्य अभियंता (मुख्यालय) प्रधान कार्यालय देहरादून के प्रशासनिक नियंत्रण में करेंगे। पहले यह कार्य यांत्रिक मंडल देहरादून के पास था।

इसके साथ ही परियोजना प्रबंधक निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा/यांत्रिक हरिद्वार सचिन कुमार को वर्तमान कार्यों के साथ-साथ जनपद देहरादून के समस्त विद्युत और यांत्रिक कार्य आवंटित किए गए हैं। वह यह कार्य महाप्रबंधक भूजल प्रधान कार्यालय देहरादून के प्रशासनिक नियंत्रण में करेंगे।

विद्युत यांत्रिक के नए कार्यालय स्थापित किए जाने की प्रक्रिया काफी समय से चल रही थी। दो दिन पूर्व देहरादून स्थित निगम के आवासीय परिसर में विद्युत यांत्रिक से जुड़े अधिकारियों के बीच मारपीट की घटना हो गई थी। जिसके बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आधी-अधूरी तैयारियों के बीच निगम प्रबंधन ने यांत्रिक कार्यालयों को विधिवत रुप से शिफ्ट करने के बजाय आनन-फानन में कार्यालयों के शिफ्टिंग के आदेश जारी किए हैं।

मारपीट के बाद दून से पहाड़ शिफ्ट हुआ जल निगम का ये डिविजन, तराई में नई शाखा