/ Oct 04, 2024
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KONDA SUREKHA: तेलुगु फिल्म उद्योग के लोकप्रिय जोड़े, नागा चैतन्य और सामंथा रुथ प्रभु के तलाक ने पहले ही मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी थी। अब, तेलंगाना की मंत्री, कोंडा सुरेखा के विवादित बयान ने इस मुद्दे को एक बार फिर चर्चा का केंद्र बना दिया है। मंत्री के अनुसार इन दोनों का तलाक बीआरएस अध्यक्ष केटी रामाराव के दखल के कारण हुआ था। आरोप है केटी रामाराव ने नागार्जुन अक्किनेनी के एन-कन्वेंशन सेंटर को बचाने के बदले में सामंथा को उन्हें सौंपने की मांग की थी।
मंत्री का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें वे कह रही हैं, “केटीआर को हीरोइनों का शोषण करने की आदत है। कई एक्ट्रेसेस को ड्रग्स की आदत लगा दी। उन दोनों के फोन टैप किए थे।” कोंडा सुरेखा के इन आरोपों पर सामंथा और नागा चैतन्य दोनों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सामंथा ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा नोट लिखकर मंत्री के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते और एक सफल करियर बनाने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा है। उन्होंने मंत्री से अपील की कि उन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए और लोगों की निजता का सम्मान करना चाहिए।
नागा चैतन्य ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका तलाक आपसी सहमति से हुआ था। उन्होंने कहा कि यह उनकी निजी जिंदगी से जुड़ा मामला है और इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करना दुखद है। नागा चैतन्य के पिता और अभिनेता नागार्जुन ने भी कोंडा सुरेखा के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है। उन्होंने इन आरोपों को बेबुनियाद और झूठा करार देते हुए मंत्री से अपने बयान वापस लेने की मांग की है।
इस विवाद पर दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग के कई प्रमुख कलाकारों ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है। अल्लू अर्जुन, नानी और जूनियर एनटीआर जैसे कलाकारों ने सार्वजनिक रूप से इस बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कलाकारों की निजी जिंदगी को राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह से घसीटना न केवल अनुचित है, बल्कि यह उनकी गरिमा पर भी सीधा हमला है।
बाद में, कांग्रेस की मंत्री कोंडा सुरेखा ने सामंथा और नागा के तलाक पर दिया गया अपना बयान वापस ले लिया। मंत्री ने स्पष्ट किया कि उनके कहने का मतलब यह नहीं था कि उन्होंने सामंथा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की थी। उनका कहना था कि उन्होंने तो बस महिलाओं के अपमान को लेकर सवाल उठाया था। मंत्री कोंडा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इस मामले में सफाई दी है।
इस मामले में केटीआर भी चुप नहीं रहे और उन्होंने मंत्री को कानूनी नोटिस भेजा। केटीआर से नोटिस मिलने के कुछ घंटों बाद ही कोंडा ने अपना बयान वापस ले लिया। केटीआर ने मंत्री से मांग की थी कि वह अपना बयान वापस लें और 24 घंटे के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वे लीगल एक्शन लेंगे और मानहानि का केस दायर करेंगे।
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