Kedarnath Helicopter Crash Pilot: हेलीकॉप्टर क्रैश होने से पहले पायलट ने कंट्रोल रूम से साधा था संपर्क
Uttarakhand News Desk: केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे (Kedarnath Helicopter Crash Pilot) से पहले पायलट ने कंट्रोल रूम से संपर्क साधा था और आखिर में पायलट ने कुछ ऐसा कहा जिससे शायद कंट्रोल रूम को भी हादसा होने की आशंका हो गई थी।
इस हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले हेलीकॉप्टर में दो बड़े धमाके हुए थे, इसके बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई।
डीजीपी अशोक कुमार द्वारा प्रारंभिक जांच के अनुसार बताया गया कि केदरानाथ से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही पायलट अनिल कुमार ने कंट्रोल रूम संपर्क साधा था और इस दौरान पायलट अनिल कुमार कहते हैं, “हमारे आगे घना कोहरा आ गया है, आगे कुछ भी नजर नहीं आ रहा है इसलिए हम वापिस आ रहे हैं।”
पायलट अनिल कुमार को क्या मालूम था कि उनके ये शब्द आखिरी शब्द होने वाले हैं। कंट्रोल रूम से ये कहने के बाद हेलीकॉप्टर इस दुर्घटना का शिकार (Kedarnath Helicopter Crash Pilot) हो गया और इस हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की जान चली गई।
इस हादसे में जिन सात लोगों की मौत हुई है उनमें 57 वर्षीय पायलट अनिल कुमार शामिल हैं जो मुंबई के रहने वाले हैं। वहीं इस हादसे में जिन श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई है उनमें गुजरात की 25 वर्षीय ऊर्वी बराड़, 26 वर्षीय पूर्वा रामानुज और 30 वर्षीय कुर्ती बराड़ शामिल हैं।
वहीं तमिलनाडू की 56 वर्षीय सुजाता और उनके पति 63 वर्षीय प्रेम कुमार भी इस हादसे में मारे गए। इनके साथ ही तमिलनाडू की ही निवासी 60 वर्षीय कला भी इस हादसे का शिकार हुईं।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि हेलीकॉप्टर के हादसे का शिकार (Kedarnath Helicopter Crash Pilot) होने के पीछे का कराण पहाड़ी से टकराना होगा। वहीं इस हादसे के बाद से हेलीकॉप्टर से केदारनाथ की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के अंदर एक भय की स्थिती बनी हुई है और साथ ही अब श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनियों पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
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