/ Nov 30, 2025
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HEALTHY WINTER SUPERFOODS: उत्तर भारत सहित देश के कई हिस्सों में अब ठंड ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। बदलते मौसम के साथ ही सर्दी, जुकाम और वायरल इन्फेक्शन का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में शरीर को अंदर से गर्म और मजबूत रखना बेहद जरूरी हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डायटीशियंस के अनुसार, सर्दियों के मौसम में केवल गर्म कपड़े पहनना ही काफी नहीं है, बल्कि खानपान में बदलाव करना भी अनिवार्य है। आज के दौर में जब लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं, तो अपनी रसोई में मौजूद कुछ ‘देसी सुपरफूड्स’ का सेवन आपको डॉक्टर के पास जाने से बचा सकता है।

सर्दियों में सबसे पहला और सबसे जरूरी सुपरफूड ‘गुड़’ माना जाता है। आयुर्वेद और आधुनिक पोषण विज्ञान दोनों ही इस बात की पुष्टि करते हैं कि चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल सर्दियों में अमृत समान है। गुड़ की तासीर गर्म होती है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करती है। कई न्यूट्रिशनिस्ट्स का कहना है कि गुड़ में आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। यह न केवल फेफड़ों को प्रदूषण और धुएं से साफ करने में मदद करता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है। सर्दियों में खाने के बाद एक छोटा टुकड़ा गुड़ खाने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और खून की कमी भी दूर होती है।

इसके अलावा, सर्दियों में ‘देसी घी’ का सेवन करना भी बेहद फायदेमंद बताया गया है। मेडिकल रिपोर्ट्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अक्सर लोग वजन बढ़ने के डर से घी खाना छोड़ देते हैं, लेकिन सर्दियों में शुद्ध देसी घी शरीर के लिए आंतरिक मॉइस्चराइजर का काम करता है। यह जोड़ों में लुब्रिकेशन बनाए रखता है और त्वचा को रूखा होने से बचाता है। घी में मौजूद हेल्दी फैट्स शरीर को ऊर्जा देते हैं और शरीर को गर्म रखते हैं। जानकारों की सलाह है कि दाल या रोटी में एक चम्मच घी डालकर खाने से या फिर सुबह खाली पेट एक चम्मच घी गुनगुने पानी के साथ लेने से इम्यूनिटी मजबूत होती है।

सर्दियों की डाइट ‘मोटे अनाज’ यानी बाजरा, रागी और मक्का के बिना अधूरी मानी जाती है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा जारी जागरूकता अभियानों में भी मोटे अनाजों को ‘श्री अन्न’ कहा गया है और सर्दियों में इनके सेवन पर जोर दिया गया है। बाजरा और मक्का की तासीर गर्म होती है। इनमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने और दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। डायटीशियंस सुझाव देते हैं कि सर्दियों में गेहूं की रोटी की बजाय बाजरे या मक्का की रोटी, सरसों के साग के साथ खाना न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह शरीर को भीषण ठंड से लड़ने की ताकत भी देता है।

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए ‘आंवला और खट्टे फल’ भी इस मौसम के सुपरफूड्स की लिस्ट में शामिल हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (NIN) के शोध पत्रों के हवाले से यह बात सामने आई है कि सर्दियों में आने वाला आंवला विटामिन-सी का सबसे बड़ा स्रोत है। यह सामान्य संतरा या नींबू से कई गुना ज्यादा असरदार होता है। आंवला का मुरब्बा, जूस या चटनी खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। इसके साथ ही तिल और सूखे मेवे (बादाम और अखरोट) भी शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं। तिल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, जो ठंड में अक्सर दर्द करने लगती हैं।

भारतीय रसोई में मौजूद मसाले जैसे अदरक, लहसुन और हल्दी भी किसी सुपरफूड से कम नहीं हैं। हेल्थ जर्नल ‘द लैंसेट’ और अन्य चिकित्सा अध्ययनों में इन मसालों के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों की तारीफ की गई है। अदरक वाली चाय या हल्दी वाला दूध सर्दियों में गले की खराश और कफ को दूर रखता है। लहसुन की एक कली सुबह खाली पेट खाने से शरीर में गर्माहट बनी रहती है और यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी सहायक है। कुल मिलाकर, अगर आप इन चीजों को अपनी रोजाना की डाइट का हिस्सा बनाते हैं, तो यह सर्दी का मौसम आपके लिए सेहतमंद और खुशनुमा साबित होगा।

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डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख केवल सामान्य जानकारी हेतु है, यह किसी भी तरह की डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं है। अपनी डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले विशेषज्ञ या चिकित्सक से राय जरूर लें।
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