/ Sep 05, 2025
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DELHI YAMUNA RIVER FLOOD: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह 5 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर 207.44 मीटर दर्ज किया गया, जो 2010 के रिकॉर्ड 207.11 मीटर को पार कर गया। इस बढ़ते जलस्तर से दिल्ली के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और यमुना बाजार, मजनू का टीला, मयूर विहार, कश्मीरी गेट और कालिंदी कुंज जैसे क्षेत्रों में जलभराव ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
यमुना नदी के उफान ने कई क्षेत्रों को पानी में डुबो दिया है। यमुना बाजार में करीब आठ फुट तक पानी भरने से वहां के निवासियों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी। कश्मीरी गेट से राजघाट तक रिंग रोड पर पानी भर जाने से यातायात पूरी तरह रोक दिया गया है। कालिंदी कुंज और मॉनेस्ट्री मार्केट में भी पानी घुस गया है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। पुराना लोहा पुल 2 सितंबर से बंद है और ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की अपील की है।(DELHI YAMUNA RIVER FLOOD)
बाढ़ से निपटने के लिए दिल्ली प्रशासन ने कई एजेंसियों को चौबीसों घंटे ड्यूटी पर लगाया है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, पीडब्ल्यूडी, जल बोर्ड, एमसीडी, शहरी विकास और राजस्व विभाग मिलकर बचाव कार्य कर रहे हैं। अब तक 14,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और नावों के जरिए लगातार लोगों को निकाला जा रहा है। प्रभावित इलाकों में शेल्टर होम बनाए गए हैं, जहां भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की गई है। बाढ़ प्रबंधन की जिम्मेदारी दिल्ली के डिविजनल कमिश्नर नीरज सेमवाल को सौंपी गई है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार हथिनीकुंड बैराज से 1,70,728 क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 1,25,485 क्यूसेक और ओखला बैराज से 1,65,145 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि यमुना कई इलाकों में अपने तटबंधों से सात किलोमीटर तक फैल चुकी है। यह स्थिति भारी बारिश और ऊपरी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश से आ रहे पानी की वजह से और गंभीर हो गई है।(DELHI YAMUNA RIVER FLOOD)
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है। इस साल मानसून के दौरान दिल्ली में 1000 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो वार्षिक औसत 774 मिमी से काफी अधिक है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से संयम बरतने और अफवाहों से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यमुना का बाढ़ क्षेत्र में फैलना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन सरकार हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।
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