/ Dec 27, 2025
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DEHRADUN TRIPURA STUDENT MURDER: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के रहने वाले 24 वर्षीय छात्र एंजेल चकमा की 17 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के बाद मौत हो गई है। एंजेल चकमा पर 9 दिसंबर को कुछ युवकों ने उस वक्त जानलेवा हमला कर दिया था, जब उसने अपने ऊपर की जा रही जातिसूचक और नस्लीय टिप्पणियों का विरोध किया था। हमलावरों ने उसे चाकू और कड़े से बुरी तरह पीटा और गोद दिया था।
एंजेल चकमा सेलाकुई स्थित जिज्ञासा विश्वविद्यालय में एमबीए फाइनल ईयर का छात्र था। पुलिस ने इस मामले में हत्या की धाराएं बढ़ा दी हैं और पांच आरोपी पहले से ही जेल में बंद हैं। यह पूरी घटना 9 दिसंबर की है जब एंजेल चकमा अपने सगे भाई माइकल चकमा के साथ सेलाकुई बाजार में सामान की खरीदारी करने के लिए गया था। पुलिस और परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, दोनों भाई बाजार में मौजूद थे, तभी वहां शराब के ठेके के बाहर या आसपास खड़े कुछ युवकों ने उन्हें निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि हमलावर युवक नशे में धुत थे।

उन्होंने एंजेल और माइकल के चेहरे, बनावट और उनकी बोलचाल की भाषा को लेकर भद्दी और नस्लीय टिप्पणियों करनी शुरू कर दीं। इसके साथ ही उन्होंने जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया। जब एंजेल और उसके भाई ने इस अभद्र व्यवहार और अपमानजनक टिप्पणियों का विरोध किया, तो नशे में चूर युवक हिंसक हो गए। विरोध करने पर आरोपियों ने दोनों भाइयों के साथ मारपीट शुरू कर दी। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने एंजेल चकमा पर जानलेवा हमला बोल दिया। मृतक के भाई माइकल चकमा ने पुलिस को बताया कि हमलावरों ने लोहे के कड़े और चाकू से एंजेल पर वार किए।

एंजेल के पेट, सिर और पीठ पर चाकू से कई गहरे वार किए गए। हमलावर इतने आक्रामक थे कि उन्होंने एंजेल को अधमरा कर दिया। इस हमले में एंजेल की रीढ़ की हड्डी में भी गंभीर चोटें आई थीं। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए थे, जबकि गंभीर रूप से घायल एंजेल को उपचार के लिए धूलकोट स्थित ग्राफिक एरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के बाद से ही एंजेल चकमा अस्पताल में भर्ती था। पिछले करीब दो सप्ताह से ज्यादा समय से वह जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा था। अंततः शुक्रवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। (DEHRADUN TRIPURA STUDENT MURDER)

पुलिस ने शुरुआत में ही मारपीट और जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। 14 दिसंबर को इस मामले में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों की पहचान सहसपुर के शंकरपुर निवासी अविनाश नेगी, प्रेमनगर थाना क्षेत्र के धूलकोट निवासी शौर्य राजपूत, पटेलनगर थाना क्षेत्र के नया गांव पेलियो निवासी सूरज खवास (जो मूल रूप से मणिपुर का रहने वाला है), तिलवाड़ी निवासी सुमित और बायांखाला निवासी आयुष बडोनी के रूप में हुई है। न्यायालय में पेश करने के बाद इन सभी को जेल भेज दिया गया था। अब पुलिस ने एफआईआर में हत्या की धारा को भी जोड़ दिया है।

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