Uttarakhand Devbhoomi Desk: अब उत्तराखंड में सड़क किनारे नो पार्किंग जोन पर गाड़ी खड़ी करना चालकों को भारी पड़ सकता है। इसके लिए (Dehradun No Parking Zone) ट्रैफिक पुलिस ने प्लान तैयार कर लिया है। आपको बता दें कि राजधानी दून के नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी। उसके बाद इसकी रिकार्डिंग के आधार पर खड़े वाहनों का चालान भी किया जाएगा। मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए फैसला लिया। वहीं गठित अर्बन मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट अथारिटी (यूएमटीए) को फिर से सक्रिय करने के निर्देश दे दिए।
मुख्य सचिव एसएस संधु ने (Dehradun No Parking Zone) सोमवार को सचिवालय में बैठक की। उस दौरान उन्होने ये निर्देश वहां मौजूद अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में यातायात प्रबंधन के लिए गठित की गई यूमटीए को फिर से सक्रिय किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जहां भी यातायात का अधिक दबाव है वहां सीसी कैमरों व ड्रोन की मदद से गलत तरीके से खड़े वाहनों का चालान किया जाए।
Dehradun No Parking Zone: प्रत्येक बस स्टाप पर प्रदर्शित होगा अगली बस के पहुंचने का समय
बता दें कि उन्होंने शहर में स्कूली बसों से लगने वाले जाम को (Dehradun No Parking Zone) कम करने के लिए स्कूलों से सुझाव लिया। इसके लिए स्कूल टाइम पर परिवहन निगम की बसों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
वहीं मुख्य सचिव ने यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ये भी कहा कि नई तकनीक का प्रयोग करते हुए प्रत्येक बस स्टाप पर अगली आने वाली बस के पहुंचने का समय प्रदर्शित किया जाए।
आपको बता दें कि इस बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक यातायात मुख्तार मोहसिन, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, मुख्य नगर अधिकारी मनुज गोयल व एसपी यातायात प्रह्लाद कोंडे समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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