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चलती बाइक पर बाघ का हमलाः पीछे बैठे युवक को घसीटते हुए ले गया, चीखता-चिल्लाता रहा दोस्त

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नैनीताल/रामनगर, ब्यूरो। उत्तराखंड में जंगली जानवरों के हमले कम नहीं हो रहे हैं। कार्बेट नेशनल पार्क समेत कई जंगल से लगे इलाकों में बाघ, गुलदार, हाथी, भालू आदि जंगली जानवरों के हमले लगातार जारी है। कार्बेट नेशनल पार्क में हाल के चंद महीनों में 10 लोगों को जंगली जानवर अपना शिकार बना चुके हैं। वहीं, कल देर शाम भी एक बाघ ने चलती बाइक पर पीछे बैठे एक यूपी के युवक पर हमला कर दिया और उसे घसीटते हुआ जंगल की ओर ले गया। बाइक ड्राइव कर रहा उसका दोस्त चीखता-चिल्लाता रहा लेकिन बाघ पीछे नहीं हटा। सूचना के बाद पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम ने देर रात तक युवक की तलाश की, लेकिन पता नहीं चल पाया। आज भी उसकी तलाश जारी है। लगातार हो रही बारिश से जंगल में सर्च अभियान चलाना भी बहुत कठिन है। जानवरों के पैरों के निशान पर पानी भर जाता है। या फिर बारिश के कारण कोई निशान ही नहीं रहते जिससे जानवरों के जाने की दिशा तक पहुंचना बहुत मुश्किल है। फिर भी वन विभाग और पुलिस की टीम युवक की तलाश में जुटी है।

दोस्त की आंखों के सामने चलती बाइक से युवक को घसीटते हुए ले गया बाघ, कुछ भी नहीं कर पाया

बता दें कि शनिवार की देर शाम रामनगर के कार्बेट से गुजर रहे दो दास्तों की बाइक पर बाघ ने हमला कर दिया। दोनों दोस्त अल्मोड़ा से बाइक से वापस लौट रहे थे। बाइक की पिछली सीट पर बैठे युवक को बाघ घसीटकर जंगल के अंदर ले गया। जिसके बाद से अब तक उसका पता नहीं चल पाया। उसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है। वन विभाग रामनगर डिवीजन और कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने युवक को ढूंढने में जुटी हुई है।

tiger attack

जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के तहसील हसनपुर गांव जिहल निवासी 25 वर्षीय अफसारुल उर्फ भूरा पुत्र बाबू अपने साथी मो. अनस पुत्र शकील अहमद के साथ घूमने के लिए निकले थे। वह पहले नैनीताल फिर रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा घूमने निकल गए। शनिवार देर शाम को ही अल्मोड़ा से वाया रामनगर होते हुए वह अमरोहा को जा रहे थे। बाइक अनस चला रहा था। रात सवा आठ बजे वह रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कोसी रेंज के मोहान क्षेत्र में पहुंचे। इस बीच घात लगाए बाघ ने उन पर हमला कर दिया। हमले से बाइक अनियंत्रित हुई तो दोनों सड़क पर गिर गए। बाघ पीछे गिरे अफसारुल उर्फ भूरा पुत्र बाबू को बाघ घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। उसका दोस्त मो. अनस चीखता-चिल्लाता रहा, लेकिन बाघ पीछे नहीं हटा। इसके बाद पुलिस और वन विभाग की टीम काफी देर तक अंधेरे में युवक को तलाशती रही लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया। आज भी युवक की खोजबीन की जा रही है।

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