/ Apr 18, 2025
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PM MODI SRI LANKA VISIT: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार अप्रैल को तीन दिवसीय राजकीय दौरे पर श्रीलंका पहुंचे, जहां उनका भव्य और ऐतिहासिक स्वागत किया गया। यह उनकी 2019 के बाद श्रीलंका की पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने राजधानी कोलंबो के प्रतिष्ठित इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर किया। यह पहली बार है जब किसी विदेशी अतिथि का स्वागत इस ऐतिहासिक स्थल पर किया गया है, जो श्रीलंका के राष्ट्रीय दिवस समारोह का केंद्र रहा है। इस खास अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका के सर्वोच्च गैर-नागरिक सम्मान ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ से भी सम्मानित किया गया।
श्रीलंका मित्र विभूषण सम्मान श्रीलंका सरकार की ओर से उन विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाता है, जिनके देशों के साथ श्रीलंका के मजबूत, घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध होते हैं। इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने की थी। इस सम्मान के तहत एक विशेष रजत पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। पदक में धर्म चक्र, चावल के ढेर, कमल, सूर्य, चंद्रमा, पृथ्वी, पुन कलश और नवरत्नों का अंकन होता है। धर्म चक्र बौद्ध परंपरा का प्रतीक है, जो भारत और श्रीलंका की सांझी विरासत को दर्शाता है, वहीं पुन कलश समृद्धि और नवीनीकरण का प्रतीक है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका की सरकार, राष्ट्रपति और वहां की जनता का आभार जताया और कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का है। उन्होंने इसे भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक संबंधों और आपसी मित्रता का प्रतीक बताया। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच सदियों पुराने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं, जो आज और भी मजबूत हो रहे हैं।
दौरे में प्रधानमंत्री मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक भी हुई, जिसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री सहित दोनों देशों के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। बैठक में भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा साझेदारी को लेकर अहम समझौता हुआ। इसके साथ ही दोनों देशों ने त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने मिलकर त्रिंकोमाली में समपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। इसके अलावा भारत और श्रीलंका ने बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता पर भी सहमति व्यक्त की है, जिससे श्रीलंका के सामाजिक और आर्थिक विकास में भारत की भागीदारी और बढ़ेगी।
श्रीलंका यात्रा के दौरान एक और बड़ा कदम भारत, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात के बीच त्रिपक्षीय समझौते के रूप में सामने आया। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके की उपस्थिति में तीनों देशों के बीच सहयोग को लेकर एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान भारत और श्रीलंका के मछुआरों से जुड़े मुद्दों को भी गंभीरता से उठाया। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भारत, त्रिंकोमाली के प्रसिद्ध थिरुकोनेश्वरम मंदिर के जीर्णोद्धार में श्रीलंका की मदद करेगा, जिससे सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण और दोनों देशों के बीच आध्यात्मिक संबंध और मजबूत होंगे।
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